09 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) एशियाई बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच घरेलू शेयर बाजार बुधवार (9 जुलाई) को लाल निशान में बंद हुए। भारत और अमेरिका के बीच मिनी ट्रेड डील से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प गुरुवार को नई टैरिफ दरों के साथ सात देशों की सूची जारी कर सकते हैं। वहीं, मेटल और आईटी शेयरों में बिकवाली के चलते आज बाजार गिरावट लेकर बंद हुआ।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज यानी बुधवार को 90 अंक के करीब की गिरावट लेकर 83,625.89 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 83,382 से 83,781 के बीच सिमित दायरे में कारोबार करता रहा। अंत में सेंसेक्स 176.43 अंक या 0.21 फीसदी की गिरावट लेकर 83,536 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी मामूली गिरावट के साथ 25,514.60 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 125 अंक के दायरे में ही रहा। अंत में यह 46.40 अंक या 0.18 प्रतिशत के गिरावट के साथ 25,476 पर बंद हुआ।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड में रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “भारतीय प्रमुख इंडेक्स ज्यादातर सीमित दायरे में रहे। हालांकि, घरेलू खपत थीम निवेशकों की भावना को मजबूती देती रही।” उन्होंने कहा कि शुरुआती अपडेट से संकेत मिलता है कि एफएमसीजी और डिस्क्रेशनरी कंपनियों में रिकवरी के शुरुआती संकेत दिखने लगे हैं। यह सुधार घटती महंगाई, अच्छी मानसून स्थिति और ग्रामीण मांग में बढ़ोतरी से समर्थित है। वैश्विक व्यापार तनाव और कमोडिटी टैरिफ के बावजूद निवेशकों का फोकस अब घरेलू आय और स्ट्रक्चरल ग्रोथ फैक्टर्स की ओर शिफ्ट हो रहा है। इनमें शहरी मांग में क्रमिक सुधार और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च में तेजी जैसे कारक शामिल हैं।
Top Gainers & Losers
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचयूएल और पावर ग्रिड शीर्ष लाभ में रहे। वहीं, 30 में से 17 शेयर लाल निशान में बंद हुए। एचसीएल टेक, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सबसे ज़्यादा 2 प्रतिशत तक गिरे। ब्रोडर मार्केट्स में निफ्टी मिडकैप 100 में 0.13 प्रतिशत की गिरावट आई। जबकि निफ्टी स्मॉलकैप सूचकांक में 0.59 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी रियल्टी, धातु और तेल एवं गैस में क्रमशः 1.49 प्रतिशत, 1.4 प्रतिशत और 1.25 प्रतिशत की गिरावट आई। अन्य शेयरों में निफ्टी एनर्जी, आईटी, मीडिया, पीएसयू बैंक और हेल्थकेयर भी लाल निशान में बंद हुए। दूसरी तरफ, निफ्टी एफएमसीजी, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स बढ़त के साथ बंद हुए।
वेदांत स्टॉक 8 फीसदी टूटा
वायसराय रिसर्च की रिपोर्ट के बाद वेंदात लिमिटेड के स्टॉक में तगड़ी गिरावट देखने को मिली। BSE पर बुधवार के कारोबारी सेशन में वेदांत का का शेयर 8 फीसदी तक टूट गया। इंट्राडे में स्टॉक ने 461.15 रुपये का हाई और 421 रुपये का लो बनाया। अंत में यह शेयर 15.40 रुपये या 3.38% गिरकर 440.80 रुपये पर बंद हुआ। इससे पहले, मंगलवार को शेयर 456.20 रुपये पर बंद हुआ था।
ग्लोबल मार्केटस से क्या संकेत ?
एशियाई बाजारों में बुधवार को मिला-जुला रुख देखने को मिला। इसका कारण अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) का बयान था। ट्रंप ने कहा कि 1 अगस्त की टैरिफ समयसीमा को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा।
मंगलवार को दिए एक बयान में ट्रंप ने तांबे के आयात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की। उन्होंने यह भी इशारा किया कि कुछ विशेष सेक्टरों पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जा सकता है। इसके अलावा, उन्होंने यह चेतावनी दी कि अमेरिका को निर्यात की जाने वाली दवाओं पर अगले 12 से 18 महीनों में 200 प्रतिशत तक शुल्क लगाया जा सकता है।
इस बीच, जापान का निक्केई इंडेक्स 0.18 प्रतिशत ऊपर रहा। टोपिक्स इंडेक्स में 0.19 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। दक्षिण कोरिया का कोस्पी भी 0.19 प्रतिशत चढ़ा, जबकि ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स 200 इंडेक्स 0.59 प्रतिशत गिरा।
निवेशक अब चीन के प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर नजर रख रहे हैं। इसमें जून महीने की महंगाई और उत्पादक मूल्य डेटा शामिल है। जून में चीन की उपभोक्ता महंगाई 0.10 प्रतिशत रही, जबकि मई में यह 0.10 प्रतिशत की गिरावट पर थी। हालांकि, उत्पादक कीमतों में सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई, जो अनुमानित 3.2 प्रतिशत से ज्यादा और मई की 3.3 प्रतिशत गिरावट से भी गहरी रही।
वहीं, वॉल स्ट्रीट में बाजार लगभग स्थिर रहे। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.07 प्रतिशत गिरकर 6,225.52 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट 0.03 प्रतिशत चढ़कर 20,418.46 पर बंद हुआ। डॉव जोन्स 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 44,240.76 पर बंद हुआ। अब निवेशक फेडरल रिजर्व की बैठक के मिनट्स का इंतजार कर रहे हैं, जो आज जारी होने की उम्मीद है।
सारांश:
बाजार में आज कमजोरी देखने को मिली, खासकर मेटल शेयरों पर दबाव रहा। सेंसेक्स 176 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी 25,500 के स्तर से नीचे फिसल गया। ग्लोबल संकेतों में कमजोरी और सेक्टोरल दबाव ने बाजार को नीचे खींचा। निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, खासकर शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को।