नई दिल्ली 10 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रिकॉर्ड 17 देशों की संसदों को संबोधित किया है, जो उनके पहले के सभी कांग्रेसी पीएम के कुल संबोधनों की संख्या के बराबर है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री का पांच देशों का दौरा बुधवार को संपन्न हो रहा है और इस दौरान उन्होंने घाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो तथा नामीबिया की संसदों को संबोधित किया.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस पार्टी से संबद्ध प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह ने सात बार, इंदिरा गांधी ने चार बार, जवाहरलाल नेहरू ने तीन बार, राजीव गांधी ने दो बार और पीवी नरसिंह राव ने एक बार दूसरे देश की संसद को संबोधित किया था. इस प्रकार कांग्रेस से संबद्ध पांच प्रधानमंत्रियों ने करीब सात दशक में कुल 17 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था.
अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने इस आंकड़े की बराबरी कर ली है. सूत्रों ने बताया कि मोदी ने विकसित और विकासशील देशों की संसदों को संबोधित किया है, जो आज भारत के व्यापक वैश्विक सम्मान और प्रासंगिकता को दर्शाता है.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रिकॉर्ड 17 देशों की संसदों को संबोधित किया है, जो उनके पहले के सभी कांग्रेसी पीएम के कुल संबोधनों की संख्या के बराबर है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री का पांच देशों का दौरा बुधवार को संपन्न हो रहा है और इस दौरान उन्होंने घाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो तथा नामीबिया की संसदों को संबोधित किया.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस पार्टी से संबद्ध प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह ने सात बार, इंदिरा गांधी ने चार बार, जवाहरलाल नेहरू ने तीन बार, राजीव गांधी ने दो बार और पीवी नरसिंह राव ने एक बार दूसरे देश की संसद को संबोधित किया था. इस प्रकार कांग्रेस से संबद्ध पांच प्रधानमंत्रियों ने करीब सात दशक में कुल 17 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था.
अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने इस आंकड़े की बराबरी कर ली है. सूत्रों ने बताया कि मोदी ने विकसित और विकासशील देशों की संसदों को संबोधित किया है, जो आज भारत के व्यापक वैश्विक सम्मान और प्रासंगिकता को दर्शाता है.
एक अधिकारी ने कहा, “भारत ‘ग्लोबल साउथ’ के कई देशों के साथ, उनके स्वतंत्रता संग्राम के दौरान खड़ा रहा है. उन्होंने तब भी हमारी बात सुनी थी और आज भी वे हमारी बात सुनना चाहते हैं, खासकर हमारी लोकतांत्रिक और विकास यात्रा की.”
प्रधानमंत्री मोदी ने जिन देशों के सांसदों को संबोधित किया है उनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, नेपाल, मंगोलिया, भूटान, श्रीलंका, मॉरीशस, मालदीव, गुयाना, फिजी और युगांडा शामिल हैं.
सारांश:
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिंह राव और मनमोहन सिंह जैसे कांग्रेस के 5 प्रधानमंत्रियों की सरकारें 70 वर्षों में जो कार्य नहीं कर सकीं, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 11 साल के कार्यकाल में पूरा कर दिखाया। यह तुलना बुनियादी ढांचे, विदेश नीति, डिजिटल इंडिया, गरीब कल्याण योजनाओं और रक्षा क्षेत्र जैसी उपलब्धियों पर आधारित है। समर्थक इसे मोदी सरकार की निर्णायक नेतृत्व शैली का परिणाम मानते हैं, जबकि आलोचक इसे राजनीति से प्रेरित तुलना कहते हैं।