नई दिल्ली 10 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . मलेशिया के प्रधानमंत्री ने शायद सच ही कहा था कि अमेरिका टैरिफ का इस्तेमाल अपनी पर्सनल खुन्नस निकालने के लिए कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ब्राजील के खिलाफ उठाया गया हालिया कदम इसी बात की ओर इशारा कर रहा है. ट्रंप ने ब्राजील पर 50 फीसदी का टैरिफ ठोक दिया है, जो अमेरिका की ओर से 20 देशों को भेजे गए लेटर में सबसे ज्यादा है. आखिर ट्रंप ने किस बात का बदला लिया है. क्या है ब्रिक्स देशों के हालिया सम्मेलन की मेजबानी से जुड़ा मामला है या फिर कुछ और.
अमेरिका की ओर से ब्राजील को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि 1 अगस्त से उसे 60 फीसदी का टैरिफ चुकाना पड़ेगा. अन्य 7 देशों को भेजे गए पत्र में अमेरिका ने अधिकतम 30 फीसदी टैरिफ लगाया है, जिसमें लीबिया, ईराक और अल्जीरिया जैसे देश शामिल हैं. इससे एक दिन पहले ही ट्रंप ने 14 देशों को पत्र भेजकर टैरिफ लगाने की सूचना दी थी. लेटर में साफ लिखा है कि अगर किसी देश ने पलटवार करने की कोशिश की तो उस पर और भी ज्यादा टैरिफ लगाया जाएगा.
अमेरिका ने क्यों किया ‘विच हंट’ का इस्तेमाल
जैसा कि अमेरिका की ओर से जारी बयान में ‘विच हंट’ शब्द का इस्तेमाल किया गया, इससे साफ जाहिर होता है कि ट्रंप ब्राजील के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं. अमेरिका ने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो को जेल में डालने और उन पर मुकदमा चलाने का विरोध किया है और उनके लिए ही विच हंट जैसे शब्द का इस्तेमाल किया है. इससे साफ जाहिर होता है कि अमेरिका अपने व्यक्तिगत दुश्मनी का बदला टैरिफ के बहाने ले रहा है. ट्रंप ने भी अपने बयान में कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा चलाना एक तरह से ‘विच हंट’ है. जाहिर है कि ट्रंप को सिर्फ ब्राजील पर एक्शन लेने का बहाना चाहिए, वरना वे क्यों किसी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करते.
ब्रिक्स की मेजबानी से भी नाराजगी
ट्रंप इस बात से भी नाराज हैं कि ब्राजील ने ब्रिक्स देशों के सम्मेलन की मेजबानी क्यों की है. उन्होंने ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान ही धमकी भरे लहजे में कहा था कि यह संगठन अमेरिका के खिलाफ नीति बना रहा है. अगर ऐसा कुछ हुआ तो इन देशों पर जिसमें भारत भी शामिल है, 10 फीसदी का एक्स्ट्रा टैरिफ ठोक देंगे. ब्रिक्स समिट खत्म होने के तत्काल बाद ही उन्होंने ब्राजील पर 50 फीसदी टैरिफ भी ठोक दिया, जिससे जाहिर होता है कि ट्रंप ने ब्रिक्स का गुस्सा उसके मेजबान पर उतारा है.ब्राजील ने भी भरी हुंकार
ट्रंप की तमाम धमकियों के बावजूद ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने अमेरिका पर पलटवार करने की हुंकार भरी है. उन्होंने कहा कि ब्राजील को इस तरह की मनमानी पसंद नहीं और वह अमेरिका पर भी पलटवार करेगा और उसके उत्पादों पर टैरिफ लगाएगा. लूला के कार्यालय की ओर से जारी बयान में साफ कहा गया है कि अमेरिका पर भी टैरिफ लगाया जाएगा, जिससे ट्रेड वॉर के और गहराने की आशंका जताई जा रही है.
सारांश:
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील पर कड़ा रुख अपनाते हुए उस पर अब तक का सबसे ज्यादा टैरिफ लगा दिया। माना जा रहा है कि यह कदम ब्राजील की घरेलू नीतियों में अमेरिकी हस्तक्षेप के विरोध और कुछ व्यापारिक फैसलों के जवाब में उठाया गया है। ट्रंप प्रशासन का यह फैसला दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव को और बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदले की कार्रवाई ब्राजील की स्वतंत्र नीति पर दबाव बनाने की कोशिश है।