11 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) TCS Share Price: शेयर बाजार में शुक्रवार (11 जुलाई) को तेज गिरावट के साथ टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयरों पर भी दबाव देखने को मिल रहा है। आईटी कंपनी के शेयर बीएसई (BSE) पर शुरुआती कारोबार में 2 फीसदी से ज्यादा गिर गए। कंपनी ने गुरुवार (10 जुलाई) को अप्रैल-जून तिमाही (Q1FY26 ) के नतीजे जारी किए। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में टीसीएस की आय महज 1.3 फीसदी बढ़कर 63,437 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही की तुलना में कंपनी की आय 1.6 फीसदी कम रही।
नतीजों के बाद आउटलुक को देखते हुए ब्रोकरेज हाउसेस ने टीसीएस (TCS) पर अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी जारी की है। ज्यादातर ब्रोकरेज स्टॉक पर पॉजिटिव हैं। कुछ ने शेयर पर होल्ड की भी सलाह दी है।
TCS पर Motilal Oswal: टारगेट प्राइस ₹3,850| रेटिंग BUY|
मोतीलाल ओसवाल ने टीसीएस पर अपनी खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने आईटी स्टॉक पर 3,850 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर गुरुवार के बंद से 3,382 रुपये से 14 फीसदी का अपसाइड दे सकता है।
ब्रोकरेज ने कहा कि अपने साइज, ऑर्डर बुक और लंबे समय तक चलने वाले ऑर्डर्स व पोर्टफोलियो के कारण टीसीएस मध्यम अवधि में अच्छी वृद्धि की स्थिति में है। अपनी मजबूत बाजार नेतृत्व की स्थिति और बेहतरीन निष्पादन क्षमता के चलते, कंपनी ने इंडस्ट्री में सबसे बेहतर मार्जिन बनाए रखे हैं। साथ ही टीसीएस लगातार बेहतर रिटर्न रेशियो भी दिखा रही है।
TCS पर Antique Stock Broking: टारगेट प्राइस ₹3,725| रेटिंग BUY|
एंटिक ब्रोकिंग लिमिटेड ने टीसीएस पर अपनी ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपना टारगेट प्राइस घटाकर 3,725 रुपये कर दिया है। इस तरह, स्टॉक 10 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है।
ब्रोकरेज के अनुसार, कंपनी की आय में वृद्धि धीमी बनी हुई है। इसका मुख्य कारण है ग्राहकों के फैसलों में देरी, जो वर्तमान वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण हो रही है। पिछले एक साल में टीसीएस का शेयर अपने हाई लेवल से 25 फीसदी तक गिर चुका है। इससे वैल्यूएशन अब ज्यादा आकर्षक हो गयी है।
वर्तमान में यह स्टॉक फॉरवर्ड P/E के हिसाब से 23 गुना पर ट्रेड कर रहा है। यह निफ्टी IT इंडेक्स के मुकाबले 8% का डिस्काउंट दिखाता है। जबकि अप्रैल 2020 में यह प्रीमियम 30% तक था। FY26 की कमजोर शुरुआत और मैक्रोइकोनॉमिक अस्थिरता को देखते हुए हमने FY26 और FY27 के लिए अपने EPS अनुमान में क्रमशः 2% और 3% की कटौती की है। इसी वजह से हमारा टारगेट प्राइस ₹3,850 से घटाकर ₹3,725 कर दिया गया है। फिर भी कम वैल्यूएशन को देखते हुए हम इस स्टॉक पर ‘BUY’ रेटिंग बनाए रखते हैं।
TCS पर Centrum Broking: टारगेट प्राइस ₹4,270| रेटिंग BUY|
ब्रोकरेज फर्म सेंट्रम ब्रोकिंग ने टीसीएस पर ‘BUY’ रेटिंग मैंटेन की है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 4,270 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह, शेयर 24 फीसदी का शानदार अपसाइड दे सकता है। टीसीएस के शेयर गुरुवार (10 जुलाई) को 3,382 रुपये पर बंद हुए।
TCS Q1 Results
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के नतीजों में मेक्रो इकॉनमिक अनिश्चितताऔर गैर-जरूरी खर्च में धीमी वृद्धि का असर दिखता है। हालांकि कंपनी प्रबंधन कुल मिलाकर आशावादी बना हुआ है मगर उसने कहा कि वित्त वर्ष 2026 में उच्च एक अंक में वृद्धि मुश्किल होगी।
टीसीएस का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 6 फीसदी बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 12,040 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में टीसीएस की आय महज 1.3 फीसदी बढ़कर 63,437 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही की तुलना में कंपनी की आय 1.6 फीसदी कम रही।
कंपनी आय वृद्धि के मोर्चे पर ब्लूमबर्ग के अनुमान से पीछे रही मगर शुद्ध मुनाफा अनुमान से बेहतर रहा। ब्लूमबर्ग ने टीसीएस की आय 64,655 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 12,253 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की ऑर्डर बुक 9.4 अरब डॉलर रही, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के 8.3 अरब डॉलर से 13 फीसदी अधिक है।
सारांश:
TCS के Q1 नतीजे मिले-जुले रहे। कंपनी की आय बाजार की उम्मीद से थोड़ी कम रही, लेकिन मुनाफे में सुधार देखा गया है। निवेशकों के लिए यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या यह शेयर खरीदने का सही मौका है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए TCS एक मजबूत विकल्प बना रह सकता है, लेकिन मौजूदा बाजार उतार-चढ़ाव को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।