21 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : चावल और रोटी ये दो ऐसे अनाज हैं जिसके बिना हम भारतीयों का भोजन अधूरा होता है। लंच हो या डिनर आपको हर घर में लोग चावल या रोटी खाते हुए मिल जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं इन दोनों अनाज को भी खाने का सही समय है। दरअसल, आजकल लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारियां बढ़ गई हैं। इसके पीछे वजह ये है हमारा अनियमित और खराब खान पान। चलिए जानते हैं रोटी और चावल को किस समय नहीं खाना चाहिए? 

रात के खाने में रोटी-चावल खाने के नुकसान

रात के अपने खाने को लेकर लोगों को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए। रात में खाना खाने के बाद अक्सर लोग सो जाते हैं और बॉडी जो भी प्रड्यूस करता है उसे पचा नहीं पाता और ये शुगर समेत शरीर के कई बॉडी फंक्शन को प्रभावित करता है। आइए जानते हैं रात के खाने में रोटी-चावल खाने के नुकसान।

  • मोटापा: रात के खाने में रोटी-चावल खाना मोटापा बढ़ाने का काम कर सकता है। ये दोनों ही अनाज हाई कैलोरीज से भरपूर हैं जिसकी वजह से होता ये है कि शरीर में फैट की मात्रा बढ़ने लगती है और आप मोटापे के शिकार होने लगते हैं। इसके अलावा ये दोनों ही स्लो मेटाबोलिज्म के कारण क्रेविंग को बढ़ावा देते हैं और मोटापा बढ़ाने का काम करते हैं।
  • डायबिटीज: रात के खाने में रोटी चावल खाना शरीर में शुगर बढ़ाने का काम करता है। क्योंकि इन दोनों ही अनाज में पाए जाने वाले कैलोरीज को शरीर तोड़कर शुगर में बदल देता है जिससे डायबिटीज की बीमारी हो सकती है।
  • नींद खराब होती है: रात में रोटी-चावल खाने से शरीर लगातार इन्हें पचाने के काम में लगा रहता है और ब्रेन भी इस काम में जुड़ा रहता है। इससे ब्रेन रातभर जगा रहता है जिस वजह से शरीर को पूरी नींद नहीं आती। इसके अलावा ये दोनों ही अनाज भारी हैं जो कि एसिडिटी और अपच की समस्या पैदा कर सकते हैं।

क्या है खाने का सही समय?

अगर आप अपनी डाइट में रोटी-चावल का सेवन करना चाहते हैं तो सबसे सही समय दोपहर का समय है। दोपहर के समय रोटी चावल खाने से ऊर्जा मिलती है। रोटी और चावल दोनों ही कार्बोहाइड्रेट के अच्छे स्रोत हैं, जो शरीर को तुरंत और लगातार ऊर्जा प्रदान करते हैं। ये दोनों ही अनाज इस समय आसानी से पच जाते हैं। शाम या रात में इन्हें खाने से पाचन धीमा हो सकता है।

सारांश:

रोटी और चावल जैसे कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन यदि गलत समय पर खाए जाएं, तो यह मोटापा, ब्लड शुगर असंतुलन, और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इनका सेवन दोपहर के भोजन में करना सबसे बेहतर होता है, जबकि रात के समय इनसे परहेज़ करना चाहिए।

Bharat Baani Bureau

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