22 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : क्या आप जानते हैं अच्छी फ्लेक्सिबिलिटी का सीधा रिश्ता सेहत से होता है। खराब फ्लेक्सिबिलिटी सीधे-सीधे बॉडी के पार्ट के कमजोर होने का सिग्नल है। चाहे वो पैर हो, हाथ हो, पीठ-कमर या गर्दन हो। बॉडी के किसी भी पार्ट में स्टिफनेस का मतलब ही है, उस हिस्से की मांसपेशियों या फिर नसों में आई खराबी। और ये सब होता है खराब लाइफ स्टाइल-गलत पॉश्चर-कम वर्जिश की वजह से। कई बार बढ़ती उम्र या फिर लाइफ स्टाइल की क्रॉनिक बीमारी भी इस तरह की परेशानी लाती हैं।
हाल ही में अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नसों से जुड़ी बीमारी chronic venous insufficiency यानि CVI डायग्नोस हुई है। वैरिकोज वेन्स का नाम सुना है जिसमें पैरों की नसों के वाल्व खराब हो जाते हैं। ब्लड ऊपर की ओर नहीं जा पाता और जिससे पैरों में नीली-नीली गांठें बनने लगती है। प्रेसिडेंट ट्रंप को हुई ये बीमारी, वैरिकोज का ही एडवांस लेवल है और उससे ज्यादा खतरनाक है। क्योंकि इसमें वाल्व के साथ डीप टिश्यूज डैमेज होने लगते हैं। ऐसे में योग से शरीर की फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ाएं और साथ ही स्वामी रामदेव से जानिए नस-नाड़ियों को मजबूत कैसे बनाएं।
नस नाड़ी कमजोर क्यों होती हैं
- लगातार बैठे खड़े रहकर काम करना
- एक्सरसाइज नहीं करना
- लाइफ स्टाइल की पुरानी बीमारी
- गलत खान-पान
- लगातार बैठने-खड़े रहने से दिक्कत
- ब्लड सर्कुलेशन पर असर
- नस के वाल्व खराब होने लगते हैं
प्रेसिडेंट ट्रंप को नसों की गंभीर बीमारी
- ‘क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी’ डायग्नोस
- पूरी दुनिया में 35% एडल्ट्स CVI प्रॉब्लम
- भारत में हर 3 में से 1 व्यस्क को दिक्कत
नसों पर भारी बिगड़ा ब्लड सर्कुलेशन
- जलन
- अकड़न
- क्लॉटिंग
- हार्ट अटैक का डर
- ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
वैरिकोज वेन्स क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी
- नसों का उभरना-गांठ बनना लंबे वक्त तक नसों में खराबी
- उभरी नसें, दर्द, भारीपन सूजन, त्वचा में बदलाव, घाव-दर्द
- नसों के वाल्व में खराबी टिश्यूज को नुकसान
नसों की बीमारी की वजह
- घंटों बैठकर काम
- लगातार खड़े रहना
- बढ़ती उम्र
- मोटापा
- नो फिजि़कल एक्टिविटी
- फैमिली हिस्ट्री
- हार्मोनल चेंजेज
वैरिकोज़ वेन्स का इलाज
- कपिंग थेरेपी
- लीच थेरेपी
- मिट्टी लेप
- रश्मि चिकित्सा
नर्व्स बनेंगे मजबूत
- गिलोय
- अश्वगंधा
- गुग्गुल
- गोखरू
- पुनर्नवा
नसों का रखें ख्याल
- वज़न कंट्रोल
- कम नमक
- कम चीनी
- टाइट कपड़े ना पहने
नसों पर लगाएं
- अदरक पेस्ट
- पिपली पेस्ट
- जायफल पेस्ट
- मुल्तानी मिट्टी
- एलोवेरा
- हल्दी का पेस्ट
- कपूर
- नीम
- गुग्गुल
नसों के लिए फायदेमंद
- लौकी
- नींबू
- संतरा
- छाछ-लस्सी
- मिक्स दालें
सारांश:
अगर आपकी नसें बंद या जाम हो चुकी हैं और आप तेज दर्द से परेशान हैं, तो स्वामी रामदेव के कुछ आयुर्वेदिक और योग आधारित उपाय फायदेमंद हो सकते हैं। रामदेव जी ने अनुलोम-विलोम, कपालभाति और विशेष हर्बल औषधियों के सेवन की सलाह दी है जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाकर नसों की रुकावट दूर करने में मदद करते हैं। ये उपाय नियमित रूप से करने से सूजन, दर्द और ब्लॉकेज में राहत मिल सकती है।