04 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की सूरत कहीं से भी बदलती हुई नजर नहीं आ रही है. यहां रविवार को रूस के तटीय शहर सोची में एक तेल डिपो में भीषण आग लग गई. रूसी अधिकारियों के मुताबिक यह आग यूक्रेन के ड्रोन हमले की वजह से लगी है. क्रास्नोदर क्षेत्र के गवर्नर वेनियामिन कोंद्रात्येव ने बताया कि आग को बुझान के काम में 120 से ज्यादा फायर फाइटर्स लगे हुए हैं.

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस टैंक में ये आग लगी, वह 2000 क्यूबिक मीटर के ईंधन की भंडारण क्षमता रखता है. यह इलाका एडलर जिले में स्थित है, जो सोची शहर का ही हिस्सा है. रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक शनिवार रात को यूक्रेन की ओर से छोड़े गए 93 ड्रोन को रूसी एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया, जिनमें से 60 ड्रोन ब्लैक सी क्षेत्र में नष्ट किए गए जबकि इसमें ही मौजूद ड्रोन की वजह से ऑयल डिपो में आग लगी.

क्यों महत्वपूर्ण है सोची पर हमला?
सोची वह शहर है, जहां साल 2014 के विंटर ओलंपिक आयोजित हुए थे. अब तक यह यूक्रेनी हमलों के टार्गेट पर नहीं रहा था. हालांकि यूक्रेन के हमलों से अक्सर निशाने पर रहने वाला इल्स्की रिफाइनरी क्षेत्र इसी इलाके में स्थित है. ड्रोन हमले के चलते सोची एयरपोर्ट पर उड़ानें अस्थायी रूप से रोकी गईं, जिन्हें बाद में फिर से शुरू कर दिया गया. रूस के वोरोनेझ क्षेत्र में भी यूक्रेनी ड्रोन हमले हुए, जिसमें 4 लोग घायल हुए हैं. वहीं रूस ने भी यूक्रेनी राजधानी कीव पर मिसाइल हमला किया.

चीन-रूस का संयुक्त सैन्य अभ्यास

उधर चीन और रूस ने रविवार से जापान सागर में तीन दिन का संयुक्त नौसैनिक अभ्यास शुरू किया. ये ज्वाइंट ड्रिल रूसी बंदरगाह व्लादिवोस्तोक के पास हो रही है और इसका उद्देश्य दोनों देशों की सैन्य साझेदारी को मजबूत करना और अमेरिका-नेतृत्व वाले वैश्विक प्रभाव को संतुलित करना है. चीन के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, दोनों देश इस अभ्यास में पनडुब्बी बचाव, संयुक्त पनडुब्बी-रोधी अभियान, वायु रक्षा, मिसाइल-रोधी और समुद्री युद्ध संचालन शामिल कर रहे हैं. इस ड्रिल में चार चीनी युद्धपोत, जिनमें गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर शाओशिंग और उरूमची शामिल हैं, जबकि रूसी नौसैनिक पोतों के साथ भाग ले रहे हैं. यूक्रेन युद्ध के बाद से चीन-रूस के सैन्य और राजनीतिक संबंधों गहरे हुए हैं और यह अभ्यास उसी सहयोग का संकेत है.

रूस और चीन के बीच का ये सैन्य अभ्यास इसलिए भी महत्वपू्र्ण है क्योंकि अमेरिका ने रूस को 8 अगस्त तक का अल्टीमेटम दे रखा है, जिसके बाद वो रूस से व्यापार करने वाले देशों पर टैरिफ बढ़ाने वाला है. इस वक्त रूस के प्रमुख व्यापारिक पार्टनर चीन और भारत हैं. ऐसे में रूस और चीन का ये अभ्यास बताता है कि ट्रंप की डेडलाइन का फर्क न तो रूस पर हो रहा है और न ही चीन इसे गंभीरता से ले रहा है.

सारांश:
यूक्रेन ने रूस के सोची शहर पर ड्रोन हमला किया, जिससे एक ऑयल डिपो में भीषण आग लग गई। रूसी अधिकारियों के अनुसार, धमाका रात के समय हुआ और फायर ब्रिगेड ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यह हमला रूस-यूक्रेन युद्ध में बढ़ते तनाव को दर्शाता है।

Bharat Baani Bureau

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