04 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए दिवाली से पहले एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलाई से दिसंबर 2025 के लिए महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी की घोषणा सरकार जल्द से जल्द कर सकती है। यह बढ़ोतरी 3 से 4 फीसदी के बीच होने की संभावना है, जो कि इस साल जनवरी-जून की तुलना में अधिक होगी। इस बढ़ोतरी से देश के करीब एक करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा होगा। यह घोषणा आमतौर पर दीपावली के आसपास की जाती है और इस बार भी अक्टूबर या नवंबर में इसकी आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है।
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का आधार: AICPI-IW डेटा
महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) का निर्धारण ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स (AICPI-IW) के आधार पर होता है। यह इंडेक्स हर महीने लेबर ब्यूरो, शिमला द्वारा जारी किया जाता है, जो देश के 88 प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के 317 बाजारों से खुदरा कीमतों का डेटा इकट्ठा करता है। इस डेटा के आधार पर सरकार हर छह महीने में, यानी जनवरी और जुलाई में, DA की दर तय करती है। जून 2025 के लिए जारी नए AICPI-IW इंडेक्स में 1 अंक की बढ़ोतरी देखी गई, जो 144 से बढ़कर 145 हो गया।
इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण खाद्य और पेय पदार्थ, पान-तंबाकू और कपड़ों के इंडेक्स में बढ़ोतरी है। इस डेटा के आधार पर एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि जुलाई 2025 से DA में 3 फीसदी की बढ़ोतरी होना तय है, जिससे DA की दर मौजूदा 55 फीसदी से बढ़कर 58 फीसदी हो जाएगी। कुछ जानकारों का यह भी कहना है कि अगर जून 2025 का AICPI-IW इंडेक्स 144.5 तक पहुंचता है, तो 12 महीने का औसत 144.17 हो सकता है।
सातवें वेतन आयोग की गणना के अनुसार, इससे DA 58.85 फीसदी तक हो सकता है, जिसे गोल करके 59 फीसदी किया जा सकता है। यानी कर्मचारियों को 4 फीसदी तक की बढ़ोतरी मिल सकती है। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए विशेष रूप से त्योहारी सीजन में बड़ी राहत लेकर आएगी।
Month | CPI-IW Index Value |
July 2024 | 142.7 |
August 2024 | 142.6 |
September 2024 | 143.3 |
October 2024 | 144.5 |
November 2024 | 144.5 |
December 2024 | 143.7 |
January 2025 | 143.2 |
February 2025 | 142.8 |
March 2025 | 143 |
April 2025 | 143.5 |
May 2025 | 144 |
June 2025 | 145 |
कर्मचारियों और पेंशनर्स पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का सीधा असर केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी और पेंशनर्स की पेंशन पर पड़ता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन 40,000 रुपये है और DA 55 फीसदी से बढ़कर 58 फीसदी हो जाता है, तो उनकी मासिक DA राशि 22,000 रुपये से बढ़कर 23,200 रुपये हो जाएगी। यानी हर महीने उनकी सैलरी में 1,200 रुपये की बढ़ोतरी होगी।
इसके अलावा, DA की बढ़ोतरी से ट्रैवल अलाउंस (TA) और हाउस रेंट अलाउंस (HRA) जैसे अन्य भत्तों में भी इजाफा होता है, जिससे कर्मचारियों की कुल आय थोड़ी और बढ़ जाती है। इस बार की बढ़ोतरी खास इसलिए भी है क्योंकि जनवरी-जून 2025 के लिए DA में केवल 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, जो पिछले सात सालों में सबसे कम थी।
उस समय कर्मचारियों में कुछ निराशा देखी गई थी, क्योंकि उनकी उम्मीदें 3 से 4 फीसदी की बढ़ोतरी की थीं। लेकिन जुलाई-दिसंबर 2025 की बढ़ोतरी के साथ सरकार कर्मचारियों की इस निराशा को कुछ हद तक कम करने की कोशिश कर रही है। यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2025 से लागू मानी जाएगी, लेकिन इसका ऐलान सितंबर या अक्टूबर में होने की संभावना है। इस वजह से कर्मचारियों को जुलाई से सितंबर तक का एरियर भी मिलेगा, जो उनके लिए दीपावली के दौरान अतिरिक्त आर्थिक सहायता लेकर आएगा।
7वें वेतन आयोग का कार्यकाल हो रहा है खत्म
जुलाई-दिसंबर 2025 की यह DA बढ़ोतरी सातवें वेतन आयोग के तहत आखिरी बढ़ोतरी होगी, क्योंकि इस आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 को खत्म हो रहा है। जनवरी 2025 में सरकार ने आठवें वेतन आयोग के गठन की घोषणा की थी, जो 1 जनवरी 2026 से लागू होगा। हालांकि, आठवें वेतन आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों के नाम की घोषणा अभी तक नहीं की गई है और सात ही इसके नियम व शर्तें (टर्म्स ऑफ रेफरेंस) भी तय नहीं हुई हैं।
आठवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद DA को मूल वेतन में मिला दिया जाएगा, जिससे DA का कैलकुलेशन शून्य से शुरू होगी। लेकिन तब तक कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के तहत एक और DA बढ़ोतरी जनवरी-जून 2026 के लिए मिल सकती है। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगर महंगाई की दर बढ़ती रही, तो जनवरी 2026 तक DA 60 फीसदी तक पहुंच सकता है। यह कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत होगी, क्योंकि आठवें वेतन आयोग के तहत मूल वेतन में बढ़ोतरी के साथ-साथ पेंशन और अन्य लाभों जैसे ग्रेच्युटी और EPF में भी इजाफा होगा।
कर्मचारियों और पेंशनर्स पर क्या पड़ेगा प्रभाव
यह DA बढ़ोतरी न केवल कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि बाजार में भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी। दीपावली जैसे बड़े त्योहार के समय कर्मचारियों की जेब में अतिरिक्त पैसे आने से उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है।
खासकर खाद्य पदार्थों, कपड़ों, और अन्य जरूरी वस्तुओं की मांग में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, DA की बढ़ोतरी से कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ेगा, जो उनके कामकाज की गुणवत्ता को और बेहतर कर सकता है। हालांकि, कुछ कर्मचारी संगठनों का कहना है कि सरकार को DA बढ़ोतरी की घोषणा में और तेजी लानी चाहिए, ताकि कर्मचारियों को समय पर लाभ मिल सके।
पिछले कुछ सालों में DA की घोषणा में देरी की शिकायतें सामने आई हैं, जिससे कर्मचारियों में असंतोष देखा गया है। इस बार भी कर्मचारी उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार दीपावली से पहले इस बढ़ोतरी की घोषणा कर दे, ताकि वे त्योहार को और उत्साह के साथ मना सकें।