नई दिल्ली 28 अगस्त 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . भारत में 7500 से अधिक तो दिल्ली में 46 रेलवे स्टेशन हैं. गाजियाबाद में भी दो रेलवे स्टेशन हैं, लेकिन एक देश ऐसा है, जहां पर एक ही रेलवे स्टेशन है. इसके बाद यहां पर ट्रेनों में मारामारी नहीं होती है. लोगों को दो महीने पहले रिजर्वेशन नहीं करना पड़ता है. बस जैसे यहां पर लोग सीधा जाकर ट्रेन में बैठते हैं. खास बात यह है कि यहां पर चार कदम में दूसरा देश शुरू हो जाता है. आइए जानते हैं कि यह कौन सा है और यह ट्रेन कहां जाती है?
यह देश हैं मोनाको, जो फ्रांस के करीब है. यूरोप का दूसरा सबसे छोटा देश है. यहां का इकलौते स्टेशन का नाम मोनाको-मॉन्टे कार्लो है. यह स्टेशन फ्रांस रेल नेटवर्क का हिस्सा है. स्टेशन मार्सिले, नीस, पेरिस जैसे शहरों को जोड़ता है. हाल के आंकड़ों के अनुसार मोनाको-मॉन्टे कार्लो स्टेशन से प्रतिदिन करीब 20 से 30 ट्रेनों का ऑपरेशंस होता है.
चार कदम पर दूसरा देश
इस देश का कुछ क्षेत्रफल करीब दो किमी. है. स्टेशन से कुछ ही दूरी पर दूसरा देश फ्रांस शुरू हो जाता है. यह ट्रेन फ्रांस के इटली के वेंटिमिग्लिया, मार्सिले और नीस समेत अन्य सीमा से जुड़े शहरों को जोड़ती है. इसका स्टेशन मेट्रो जैसा अंडरग्राउंड है. स्थानीय निवासी और पर्यटकों का सफर आसान करती है.
भारत में 7000 से अधिक स्टेशन
भारत में मौजूदा समय 70 हजार किमी. से अधिक लंबा रेल नेटवर्क है. राजधानी दिल्ली में नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन और आनंद विहार जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं. गुड्स और पैंसेजर ट्रेनों को मिलाकर यहां ट्रेनों की संख्या 23000 से अधिक है. इन ट्रेनों से रोजाना 2 करोड़ से अधिक यात्री सफर कर रहे हैं. 7000 से अधिक रेलवे स्टेशन हैं.
वंदेभारत जैसी माडर्न ट्रेन
मौजूदा समय वंदेभारत एक्सप्रेस जैसी शाही ट्रेनें चल रही हैं. इनकी संख्या 75 से अधिक हो चुकी है. वहीं जल्द ही स्लीपर वंदेभारत चलने वाली है. साथ ही बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है, जल्द ही यह भी शुरू हो जाएगी, जो अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलेगी.
सारांश:
दुनिया में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है जहां ट्रेनों पर चढ़ने-उतरने की भीड़ या मारामारी नहीं होती। खास बात यह है कि यह स्टेशन सीमा पर स्थित है और यहां से महज़ चार कदम चलते ही यात्री दूसरे देश में पहुंच जाते हैं। यह जगह अपनी अनोखी लोकेशन और सहज यात्रा अनुभव के लिए मशहूर