नई दिल्ली 01 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . खेल के मैदान का एक बेसिक नियम है कि खिलाड़ी का प्रदर्शन ही उसकी कहानी लिखता है मुंह से कुछ कहने की जरूरत नहीं होती. कुछ ऐसा ही काम संजू सैमसन इन दिनों मैदान पर कर रहे है और उनका बल्ला जमकर हल्ला बोल रहा है. संजू लगातार भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर को यह याद दिलाने का कोई मौका नहीं गंवा रहे हैं कि वह एशिया कप 2025 में भारत के लिए ओपनिंग करने के हकदार हैं.
केरल के विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन ने उप-कप्तान शुभमन गिल के हाथों अपनी शीर्ष क्रम की भूमिका लगभग खो दी है, जो एक साल बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं. केरल क्रिकेट लीग (केसीएल) में कोच्चि ब्लू टाइगर्स का हिस्सा सैमसन ने बल्ले से बार-बार साबित किया है कि वह एशिया कप में डिमोटेड होने के लायक नहीं हैं और उन्हें ओपनर के रूप में ही खेलना चाहिए.
संजू को चाहिए कोच से संजीवनी !
केसीएल में सैमसन का शानदार फॉर्म भारत के लिए नज़रअंदाज़ करने लायक नहीं है सैमसन ने केसीएल 2025 में कोच्चि के लिए ओपनिंग करते हुए चारों मौकों पर अर्धशतक जड़े हैं। कुल मिलाकर, उन्होंने 4 पारियों में शीर्ष क्रम में 355 रन बनाए हैं और उनका औसत 88.75 है। इसमें सिर्फ़ 42 गेंदों पर बनाया गया शतक भी शामिल है, जिसके बाद उन्होंने उस मैच में 121 रन बनाए. गौरतलब है कि मौजूदा केकेआर लीग में उनकी एकमात्र नाकामी तब आई जब वे छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए और 22 गेंदों पर सिर्फ़ 13 रन ही बना पाए.
बल्लेबाजी में जान पर सामने उपकप्तान
संजू ने भारत के लिए टी20I में सबसे ज़्यादा सफलता ओपनिंग करते हुए हासिल की है. वह एक कैलेंडर वर्ष में खेल के सबसे छोटे प्रारूप में तीन शतक लगाने वाले एकमात्र भारतीय बन गए हैं ये सभी शतक उन्होंने ओपनर के रूप में बनाए हैं. उन्होंने अब तक खेले गए 14 टी20I मैचों में 182.20 की स्ट्राइक रेट और 39.38 की औसत से 512 रन बनाए हैं. इस बीच, गिल ने अब तक खेले गए 21 टी20 मैचों में केवल ओपनर के रूप में ही खेला है. मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने तो यह भी संकेत दिया कि पंजाब का यह बल्लेबाज एशिया कप 2025 में भी ओपनिंग करेगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि सैमसन केवल इसलिए शीर्ष क्रम में खेल रहे हैं क्योंकि गिल और जायसवाल टीम में नहीं हैं.
सैमसन का केकेआर में फॉर्म, साथ ही 5वें या 6वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए उनकी परेशानियों और अनुभव की कमी को देखते हुए, भारत को एशिया कप में उनकी बल्लेबाजी स्थिति पर फैसला लेने से पहले इन बातों पर विचार करना चाहिए. उनसे पारी की शुरुआत करवाना सबसे अच्छा होगा, हालांकि ऐसा होना बहुत कम संभावना है.