08 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : दुनिया में दो युद्ध ऐसे हैं, खिंचते चले जा रहे हैं. एक तरफ रूस-यूक्रेन की लड़ाई तो दूसरी ओर इजरायल और हमास के बीच का युद्ध. अब पुतिन को तो सीजफायर के लिए ट्रंप मना नहीं पाए लेकिन कम से कम हमास उनकी धमकी के बाद सीजफायर के लिए तैयार नजर आ रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आखिरी चेतावनी वाली धमकी के बाद हमास ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह तुरंत बातचीत के लिए तैयार है.

डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा था कि हमास को संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई से जुड़ा उनका प्रस्ताव स्वीकार करना चाहिए और इसे उन्होंने आखिरी चेतावनी बताया. ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर वो ऐसा नहीं करता है तो गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहे. इसके बाद ही हमास ने जवाब दिया है कि वो इजरायल के साथ युद्धविराम पर बात करने के लिए टेबल पर आने को तैयार है. हालांकि इसके लिए उसने कुछ शर्तें भी रखी हैं.

क्या हैं हमास की शर्तें?

हमास ने ट्रंप की आखिरी चेतावनी के बाद अपने सुर बदले हैं और अपने बयान में कहा है – ‘हम किसी भी उस प्रयास का स्वागत करते हैं जो हमारे लोगों के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने में मदद करे.’ उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अमेरिका की ओर से कुछ प्रस्ताव मिले हैं, जो संघर्ष विराम तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं. इसके साथ ही हमास की ओर से कुछ शर्तें रखी गई हैं –

  • युद्ध पूरी तरह से बंद किया जाए
  • इजरायली सेनाएं गाजा पट्टी से पूरी तरह हटें
  • गाजा को चलाने के लिए स्वतंत्र फिलिस्तीनी लोगों की एक समिति बनाई जाए.

हमास ने इसके साथ यह स्पष्ट किया कि वह लगातार मध्यस्थों के संपर्क में है ताकि इन विचारों को एक ठोस समझौते में बदला जा सके, जो उनकी मांगों को पूरा करे.

ट्रंप ने जताया समझौते का भरोसा

न्यूयॉर्क से वॉशिंगटन डीसी लौटते समय एयर फोर्स वन पर सवार होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने मीडिया से कहा-‘मुझे लगता है, गाजा पर समझौता बहुत जल्द होने वाला है.’ ट्रंप ने इसे बहुत बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि वह मध्य पूर्व, इज़रायल और सभी के लिए सुलझाना चाहते हैं. ट्रंप ने ये भी कहा कि हमास अब भी बंधकों को ज़िंदा रखे हुए है लेकिन कई बंधक मारे भी गए हैं. वहीं इजरायली अधिकारियों के मुताबिक अब भी 48 बंधकों में से 20 जिंदा हैं और 26 मारे जा चुके हैं, जबकि दो के बारे में जानकारी नहीं है.

इजरायली पीएम मानेंगे ये समझौता?

अब तक इस समझौते को लेकर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कुछ नहीं कहा है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि वो इस प्रपोजल को लकेर गंभीरता से सोच रहे हैं. इस वक्त इजरायल ने गाजा पट्टी में अपने हमले तेज कर रखे हैं, जिसे लेकर उनके सेना प्रमुख और नेतन्याहू के बीच भी असहमति बनी थी. फिलहाल इजरायली पीएम बंधकों के मुद्दे को लेकर दबाव में हैं क्योंकि उनके अपने देश में भी विरोध प्रदर्शन जारी है.

Bharat Baani Bureau

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *