दमिश्क 17 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : इजरायल और हमास युद्ध के बीच लगभग दो साल से जंग चल रही है. गाजा तबाह हो चुका है और गाजा सिटी पर सबसे घातक ऑपरेशन शुरू हो गया है. लोग घरों को छोड़ रहे हैं. इस बीच इजरायल अपने दूसरे पड़ोसियों से संबंध बेहतर करता दिख रहा है. अमेरिकी दबाव के बीच सीरिया और इजरायल के बीच सुरक्षा समझौते को लेकर बातचीत तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक, सीरिया चाहता है कि इस समझौते से इजरायल की ओर से हाल ही में कब्जा की गई उसकी जमीन वापस मिले. हालांकि, यह समझौता शांति संधि से काफी कम स्तर का होगा. अमेरिका चाहता है कि इस महीने के अंत में न्यूयॉर्क में होने वाली यूएन महासभा से पहले इतनी प्रगति हो जाए कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश कर सकें. सूत्रों का कहना है कि अगर मामूली समझौता भी होता है, तो यह बड़ी बात होगी क्योंकि इजरायल का रुख कड़ा है और सीरिया की स्थिति गृहयुद्ध और सांप्रदायिक हिंसा के बाद कमजोर हो चुकी है.
समझौते में क्या चाहता है सीरिया?
- सीरिया की तरफ से दी गई प्रस्तावना के मुताबिक, वह चाहता है- हाल के महीनों में इजरायल की ओर से कब्जा की गई जमीन से सैनिकों की वापसी.
- 1974 की संधि के तहत बने बफर जोन की बहाली.
- इजरायल के हवाई हमलों और जमीनी कार्रवाई को रोकना.
- हालांकि, गोलन हाइट्स का मुद्दा बातचीत में शामिल नहीं किया गया है. सीरिया का मानना है कि इसे ‘भविष्य के लिए छोड़ देना चाहिए.’
अविश्वास और तनाव
नों देशों के बीच भरोसे की भारी कमी है. इजरायल इस समझौते को लेकर ज्यादा रियायत देने को तैयार नहीं है. अमेरिकी अधिकारी मानते हैं कि ट्रंप इस डील को अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि के तौर पर दिखाना चाहते हैं. पिछले कुछ महीनों में अबू धाबी, बाकू और पेरिस में हुई मुलाकातों में माहौल तनावपूर्ण रहा. पेरिस की वार्ता में पहली बार सीरिया ने खुले तौर पर स्वीकार किया कि वह इजरायल के साथ सीधी बातचीत कर रहा है.
गोलन हाइट्स पर टकराव
सूत्रों के मुताबिक, इजरायल लंबे समय में भी गोलन लौटाने को तैयार नहीं है. उसने अमेरिका के जरिए संकेत दिया है कि अगर सीरिया गोलन छोड़ दे तो वह दक्षिण सीरिया से हट सकता है. लेकिन दमिश्क ने इसे खारिज कर दिया. सीरिया के दक्षिण में इजरायली सेना की दखलअंदाजी और स्थानीय संघर्षों ने माहौल को और जटिल बना दिया है. इजरायल का कहना है कि उसकी कार्रवाई केवल अपनी सुरक्षा के लिए है. वहीं, सीरियाई सेना अब सीधी भिड़ंत से बचने की रणनीति अपना रही है.
इजरायल-हमास लाइव अपडेट्स
- इजरायल-हूती संघर्ष तेज: इजरायल ने मंगलवार को यमन के होडैदा शहर पर जबरदस्त हवाई हमले किए. आईडीएफ ने दावा किया कि यह हमला हूतियों की ‘सैन्य ढांचे’ पर किया गया, जिसका इस्तेमाल ईरान से हथियार लाने और इज़रायल व उसके सहयोगियों पर हमले करने में होता है. हूती प्रवक्ता याह्या सरी ने कहा कि उनकी एयर डिफेंस ने इजरायली विमानों को ‘भारी भ्रम’ में डाल दिया और कुछ फॉर्मेशन को यमनी हवाई क्षेत्र छोड़ने पर मजबूर कर दिया.
- गाजा सिटी छोड़ रहे लोग: इजरायल ने ‘गाजा सिटी’ पर पूरी तरह कब्जे के लिए अपने हमले के मुख्य चरण की शुरुआत कर दी. इसके बाद गाजा के सबसे बड़े शहर से हजारों लोग अपने सामाने से भरी गाड़ियों में निकलते देखे गए. एपी की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा की तटीय सड़क पर गाड़ियों और ट्रकों की लंबी कतारें लगी थीं, जिन पर गद्दे और अन्य सामान बंधे हुए थे. कई लोग गाड़ियों की छतों पर बैठे थे, जबकि कुछ पैदल ही शहर छोड़ रहे थे.
- नेतन्याहू के घर के सामने विरोध प्रदर्शन: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी निवास के बाहर चल रहे विरोध-प्रदर्शन को पुलिस ने जबरन हटाया. यह प्रदर्शनकारियों का जत्था बंधकों की रिहाई और युद्धविराम सौदे की मांग कर रहा था. बंधकों के परिजनों ने चेतावनी दी कि अब और किसी बंधक को पीछे नहीं छोड़ा जाएगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि गाज़ा में इमारतों को गिराना शायद बंधकों की जान पर ही भारी पड़ रहा है.
- सारांश:
गाजा सिटी पर लगातार हमले जारी हैं, वहीं इजरायल और सीरिया के बीच अचानक दोस्ती की खबरें सामने आई हैं। ट्रंप की भूमिका इस पूरे घटनाक्रम में विवादित मानी जा रही है।