22 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की तमाम कोशिशों के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने न सिर्फ यूक्रेन बल्कि नाटो देशों को भी रूस की ताकत का ट्रेलर दिखा दिया है. कभी पोलैंड, कभी रोमानिया तो कभी एस्टोनिया के एयरस्पेस में रूसी ड्रोन, रॉकेट या फाइटर जेट दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को चिंता सता रही है कि अगर सही वक्त पर पश्चिमी देशों ने उन्हें जरूरी सहायता नहीं दी, तो हालात काबू से बाहर हो जाएंगे.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की यूनाइटेड नेशंस की जनरल असेंबली में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचेंगे, जहां वे एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप से अलग से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं की मुलाकात तब हो रही है, जब पुतिन ने हफ्तेभर में यूक्रेन में धड़ाधड़ बम-गोले दागे हैं. जेलेंस्की चाहते हैं कि अब अमेरिका और यूरोप की ओर से रूस पर प्रतिबंध बढ़ाए जाएं, ताकि उस पर सुलह-समझौते का दबाव बढ़े.
डोनाल्ड ट्रंप की शरण में जेलेंस्की
वैसे तो जेलेंस्की यूनाइटेड नेशंस की जनरल असेंबली में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क में होंगे लेकिन उनका एजेंडा कुछ और भी है. वे एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं और इस बार उनका एजेंडा रूस पर सेकेंडरी सैंक्शंस का दबाव डलवाना होगा. एक महीने पहले दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात हुई थी, जिसमें रूस के साथ समझौते को लेकर बात हुई थी. इसके तुरंत बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमले बढ़ा दिए. उनका दायरा कीव के आगे पोलैंड, रोमानिया और एस्टोनिया तक बढ़ गया, जहां रूसी विमान और ड्रोन चक्कर काटते दिखाई दिए. यूरोपीय देशों ने पहले ही रूस पर 19वां सैंक्शन पैकेज अनाउंस कर दिया है, ऐसे में जेलेंस्की अमेरिका से भी सेकेंडरी सैंक्शन की मांग करेंगे.
पुतिन तो मान ही नहीं रहे …
जेलेंस्की के दौरे से हफ्तेभर पहले ही रूस ने यूक्रेन को बारूद से पाट दिया. पिछले सात दिनों की बात करें तो रूस के 1150 ड्रोन, 1400 गाइडेड एरियल बम और करीब 40 मिसाइलें यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में तबाही मचा चुकी हैं. इनमें से एक हमले में रूस ने रातभर में ही यूक्रेन पर 580 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागी थीं, जो रूस के कुछ सबसे बड़े हमलों में से एक था. इससे यूक्रेन की राजधानी से लेकर अलग-अलग हिस्सों में भारी तबाही हुई है. ऐसे में जेलेंस्की चाहते हैं कि इस युद्ध का कुछ तो हल निकले.