गुरदासपुर 22 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए लंबे समय से अरदास करते रहे श्रद्धालुओं को 2019 में करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलने से बड़ी राहत मिली थी। लेकिन इसके बाद विभिन्न कारणों से कई बार यह कॉरिडोर बंद होने के कारण श्रद्धालुओं में बड़ी निराशा देखी गई। खास तौर पर पिछले लगभग पांच महीनों के दौरान हुए कई घटनाक्रमों के कारण जब इस कॉरिडोर को फिर से बंद किया गया तो गुरु नानक साहिब की जन्मभूमि के दर्शन करने की चाह रखने वाले श्रद्धालुओं में निराशा बढ़ गई।
संगत में बढ़ रही है निराशा और रोष की लहर
सिख श्रद्धालु इस बात को लेकर रोष में हैं कि हाल ही में आए बाढ़ के कारण जब गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में कई फुट पानी भर गया था तो वहां की सरकार और गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधकों ने गुरुद्वारा साहिब की सफाई करवाकर इसे फिर से खुला कर दिया। भारत सरकार की ओर से कॉरिडोर को मई महीने से ही बंद कर दिया गया और श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब के दर्शन नहीं कर पा रहे। श्रद्धालु इस बात पर नाराज हैं कि एक धार्मिक स्थल के दर्शन से सख्ती से रोक लगाई गई, जबकि क्रिकेट मैच और दोनों देशों के बीच अन्य व्यापार संबंध जारी हैं।
कब बंद हुआ था कॉरिडोर
जानकारी के अनुसार अप्रैल महीने में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने 7 मई को करतारपुर साहिब कॉरिडोर बंद कर दिया था। तब से यह कॉरिडोर बंद ही है। अगस्त महीने में रावी दरिया में भारी बाढ़ के कारण भारत-पक्ष में बड़ा नुकसान हुआ और रावी का पानी गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में भी भर गया। पाकिस्तान में भी श्रद्धालु इस दौरान गुरुद्वारा नहीं जा सके। लेकिन सरकार और प्रबंधकों ने गुरुद्वारा साहिब को साफ करके श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया, जिसके बाद वहां सामान्य आने-जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
निरंतर उठ रही है कॉरिडोर खोलने की मांग
करतारपुर कॉरिडोर को खोलने के लिए पंजाब की विभिन्न राजनीतिक और धार्मिक पार्टियों के नेता लगातार मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार को तुरंत कॉरिडोर खोलना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बलबीर सिंह सिद्धू ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जल्द कॉरिडोर खोलने की मांग की। हल्का डेढ़ बाबा नानक से आम आदमी पार्टी के विधायक गुरदीप सिंह रंधावा ने केंद्रीय मंत्री को पत्र सौंपा और कहा कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त कॉरिडोर की तुरंत मरम्मत कराई जाए। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भी कहा कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हो सकते हैं तो सिख श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा करतारपुर साहिब और अन्य पवित्र गृहरों के दर्शन से क्यों रोका जा रहा है।