नई दिल्ली 23 सितंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . असम के जाने माने सिंगर जुबीन गर्ग को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का ऐसा जन सैलाब देखने को मिला कि यकीन करना मुश्किल हो गया. उनके निधन से जिस तरह गुवाहाटी की गलियां शोक में डूबी थीं.उसी तरह उन्हें अंतिम विदाई देने के लोगों की ऐसी भीड़ नजर आई कि लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज किया गया है.

असम ने अपने पसंदीदा गायक और सांस्कृतिक आइकॉन जुबीन गर्ग को खो दिया है. 52 साल की उम्र में सिंगर ने आखिरी सांस ली, लेकिन गुवाहाटी में हो रहे उनके अंतिम संस्कार में लाखों लोगों की भीड़ नजर आ रही हैं. सोशल मीडिया पर जिस तरह फोटोज और वीडियो सामने आ रहे हैं, किसी के लिए भी यकीन कर पाना मुश्किल है कि फैंस उन्हें इस कदर पसंद किया करते थे.

सड़कों पर उमड़ा जन सैलाब

सामने आ रही फोटोज में सड़कों पर जन सैलाब उमड़ा नजर आ रहा है. इतनी बड़ी मात्रा में लोगों की भीड़ देख उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है. उनकी इस अंतिम विताई को दुनिया के चौथे सबसे बड़े जनसमूह वाले अंतिम संस्कार के तौर देखा जा रहा है.मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ इसी तरह की भीड़ माइकल जैक्सन, पोप फ्रांसिस और क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय जैसे दिग्गजों को अंतिम विदाई देने के लिए नजर आई थी.

उनके गाए गानों से गूंजता नजर आया गुवाहाटी

उनके यूं अचानक निधन से गुवाहाटी की गलियों में सन्नाटा पसरा है. अपने चहीते सिंगर की एक झलक पाने के लिए लोग घंटों इंतजार करते नजर आए. उस दौरान सड़कों पर सिर्फ लोग ही नजर आ रहे थे.पूरा ट्रैफिक थम गया था और पूरा शहर सिर्फ उन्हीं के चहीते फैंस से भरा नजर आ रहा था., श्रद्धांजलियां, प्रार्थनाएं और उनकी आवाज में गाए गानों की गूंज ने उस माहौल को काफी भावुक बना दिया. उनकी यादों से गूंजता नजर आया हर कोना था.

बता दें कि लोगों की जुबिन के प्रति ये प्यार देख ये तो साफ हो गया कि वह सिर्फ एक सिंगर नहीं बल्कि असमिया संगीत को राष्ट्रीय पहचान दिलाने वाले महान शख्स थे. उनके कई गाने जबरदस्त हिट थे.कई भाषाओं और शैलियों में गाने की उनकी कला ने उन्हें अलग पहचान दी. गौरतलब है कि 19 सितंबर को सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में परफॉर्म करने गए जुबिन की स्कूबा डाइविंग के दौरान मौत हुई थी.52 साल की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

सारांश:
जुबीन गर्ग को उनके फैंस ने भावपूर्ण अंतिम विदाई दी, और उनके नाम को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया। यह उनके जीवन और संगीत की विरासत को दर्शाता है।

Bharat Baani Bureau

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