नई दिल्ली 13 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : आज एक ऐसे खिलाड़ी का जन्मदिन है, जिसे कभी टीम इंडिया के भविष्य की ‘दीवार’ कहा जाता था, लेकिन आज वह गुमनामी में खो चुका है. 13 अक्टूबर 1993 को आंध्र प्रदेश के ककिंदा शहर में पैदा हुए हनुमा आज अपना 32वां जन्मदिन मना रहे है.

2022 में खेला था आखिरी मैच
घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बाद हनुमा विहारी को 2018 में भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिली. अपनी मजबूत तकनीक और क्रीज पर खूंटा गाड़कर खड़े रहने की कला ने उन्हें राहुल द्रविड़ और हनुमा विहारी के उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित किया. 2021 का सिडनी टेस्ट भला कौन भूल सकता है, जहां टीम इंडिया पर हार का खतरा मंडरा रहा था. वहां हैमस्ट्रिंग इंजरी से जूझते हुए हनुमा ने घंटों ऑस्ट्रेलियाई पेसर्स का सामना करते हुए टीम को हार से बचाया था. इसके बावजूद वह 2022 के बाद से टीम से बाहर हैं.

नेता के बेटे से पंगा पड़ा भारी?
साल 2024 में रणजी ट्रॉफी के एक मुकाबले के बाद हनुमा विहारी ने आंध्र प्रदेश क्रिकेट संघ पर गंभीर आरोप लगाए थे. हनुमा ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती सुनाई थी कि कैसे उन पर कप्तानी छोड़ने का दबाव बनाया गया था.विहारी ने टीम के एक साथी परुधवी राज पर आरोप लगाए थे कि कैसे एक मैच के दौरान उस पर चिल्लाने के बाद उसके YSR कांग्रेस पार्टी के नेता पिता ने उन्हें कप्तानी से हटवा दिया. हनुमा विहारी ने उनके सपोर्ट में उतरे 15 खिलाड़ियों के हस्ताक्षर वाली एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर अपलोड की थी. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो राज्य क्रिकेट अधिकारियों को नाराज करना हनुमा पर भारी पड़ा. इसके बाद तो न उनका नाम कभी इंडिया ए स्क्वॉड में दिखा और न उनके नाम की चर्चा किसी चयन मीटिंग में होती है.

2012 में जीता था अंडर-19 वर्ल्ड कप
हनुमा विहारी ने 2010 में हैदराबाद के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन फिर 2016 में पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश चले गए. लंबे संघर्ष के बाद उन्हें पहली बार इंडिया ए टीम में 2017 में जगह मिली. 2012 में उन्मुक्त चंद की विश्व कप विजेता अंडर-19 टीम का हिस्सा रहे विहारी की किस्मत तक पलटी जब एमएसके प्रसाद चयन समिति के प्रमुख बने. भारत और आंध्र के पूर्व विकेटकीपर ने हनुमा विहारी को करीब से देखा था और वह जानते थे कि उनके भीतर कितना टैलेंट है.

सारांश:
हन्‍मा विहारी के करियर में एक विवाद ने बड़ा असर डाला। नेता के बेटे के साथ झड़प के बाद वह टीम इंडिया से अचानक गायब हो गया और उसके करियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

Bharat Baani Bureau

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