13 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) बच्चों को गीलेपन से बचाने के लिए डायपर पहनाना और सही समय पर बदलना बेहद जरूरी है। छोटे बच्चों का डायपर बदलना जितना आसान लगता है, उतना है नहीं। खासकर ये दिक्कत नए नए पेरेंट्स बने माता-पिता के साथ होती। अब आप सोच रहे होंगे कि बच्चों का डायपर बदलने में क्या ही है, दो मिनट में डायपर बदले जा सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। अगर गलत तरीके से बच्चों के डायपर बदले जाएं तो उनकी स्किन छिल सकती है। साथ ही रैशेज, इंफेक्शन होने की संभावना भी रहती है। ऐसे में डॉक्टर रवि मलिक ने डायपर बदलने का सही और आरामदायक तरीका बताया है। पेरेंट्स इस खबर को बेहद ध्यान से पढ़ें।
डॉक्टर से जानें बच्चों का डायपर बदलने का सही तरीका
डॉक्टर रवि मलिक बताते हैं कि जब डायपर गीले हो जाए तो इसे सबसे पहले खोलें और फिर बच्चे के पैर को धीरे से पकड़कर हल्का उठाएं और फिर डायपर को धीरे से पीछे की तरफ खींचकर निकालें। इसके बाद बच्चे के दोनों पैर को हल्के से पकड़कर ऊपर की तरफ ले जाकर वाइप्स से अच्छी तरह साफ करें। इस बात का खास ध्यान रखें कि बच्चों के डायपर की सफाई फ्रंट से बैक की तरफ हो। अक्सर पेरेंट्स ये गलती करते हैं और वो बैक टू फ्रंट क्लीन करते हैं, जिससे बच्चों को यूरिन इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। इसके बाद बेबी क्रीम को बच्चे के जांघों के हिस्से और बाकी हिस्सों में लगाएं। फिर बच्चे को फ्रेश डायपर पहनाएं। इसके बाद हैंड सैनिटाइडर से अपने हाथों को अच्छी तरह क्लीन करें। इससे आपको भी इंफेक्शन का खतरा नहीं रहेगा।
बच्चों के डायपर कितनी देर में बदलें?
डॉक्टर्स की मानें तो बच्चों के डायपर हर 2 से 3 घंटे में बदल देना चाहिए। अगर आपको लगे कि डायपर बहुत गीला हो गया है, तो 2-3 घंटे पूरे होने का इंतजार न करें और उसे तुरंत बदल दें। अगर बच्चे ज्यादा देर तक गीले डायपर पहनेंगे तो उन्हें रैशेज और इंफेक्शन का खतरा रहेगा।
सारांश:
डॉक्टर के अनुसार, बच्चों का डायपर बदलते समय साफ-सफाई और सही तकनीक बेहद जरूरी है। पुराने डायपर को सावधानी से हटाएं, बच्चे की त्वचा को हल्के गीले वाइप से साफ करें, और नया डायपर आरामदायक तरीके से पहनाएं। इससे बच्चे में इंफेक्शन और रैशेज़ से बचाव होता है।