20 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के खिलाफ शुरू हुई वनडे सीरीज में टीम इंडिया (Team India) ने हार के साथ शुरुआत की. पर्थ में खेले गए पहले वनडे में भारत को 7 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा. बारिश के कारण कई बार मैच में रुकावट आई, लेकिन टीम इंडिया की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही फ्लॉप रहीं. इस साल का पहला वनडे मैच हारने का सामना करना पड़ा.
7 महीने के लंबे ब्रेक के बाद फिर से मैदान में उतरे रोहित शर्मा और विराट कोहली भी फ्लॉप रहे. रोहित शर्मा ने 8 रन बनाकर आउट हुए, जबकि कोहली बिना रन बनाए पवेलियन लौटे. श्रेयस अय्यर (11) भी असफल रहे. हालांकि, यहां एक खिलाड़ी के बारे में विशेष रूप से बात करनी चाहिए. वह खिलाड़ी जो बार-बार असफल हो रहा है, फिर भी उसे मौके दिए जा रहे हैं.
टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल भी पहले वनडे में असफल रहे. उन्होंने केवल 10 रन बनाए और पवेलियन लौट गए. गेंदबाजी के अनुकूल पिचों पर असफल होना गिल के लिए कोई नई बात नहीं है. पहले भी ऐसा हुआ है. फ्लैट पिचों पर शानदार प्रदर्शन करने वाले गिल गेंदबाजी के अनुकूल पिचों पर संघर्ष करते हैं.
ऐसे खिलाड़ी के लिए यशस्वी जायसवाल जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को नजरअंदाज किया जा रहा है. जायसवाल को केवल टेस्ट मैचों तक सीमित रखा गया है. जायसवाल में सभी फॉर्मेट में खेलने की क्षमता है. चाहे पिच कैसी भी हो, वह टिककर खेल सकते हैं. फिर भी, जायसवाल को वनडे और टी20 से दूर रखा जा रहा है.
अब टीम इंडिया मैनेजमेंट को अपनी आंखें खोलनी चाहिए. अगर इसी तरह गिल को मौके दिए जाते रहे और जायसवाल को नजरअंदाज किया जाता रहा, तो टीम को नुकसान हो सकता है. वर्तमान में रोहित शर्मा और गिल की तुलना में जायसवाल कहीं बेहतर हैं. जायसवाल को प्लेइंग इलेवन में खेलने का पूरा हक है. गिल को बाहर करके जायसवाल को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बचे हुए दो वनडे मैचों में अगर रोहित शर्मा असफल होते हैं, तो कठोर निर्णय लेना होगा. गिल के मामले में भी समझौता नहीं करना चाहिए. अगर वह टीम पर बोझ बनते हैं, तो उन्हें भी बाहर करके अन्य खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए. अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन जैसे ओपनर मौजूद हैं.
गिल के करियर की शुरुआत से ही उन्होंने कठिन पिचों पर कभी नहीं खेला है. फ्लैट विकेटों पर वह रन बनाते हैं, लेकिन गेंदबाजी विकेटों पर वह संघर्ष करते हैं. ऐसे खिलाड़ी को कप्तान बनाना टीम के लिए नुकसानदायक हो सकता है. ऐसा लगता है कि कोच ने टीम को बर्बाद करने की जिम्मेदारी ली है.
सारांश:
IND vs AUS मैच में टीम का प्रमुख ओपनर बेकार नहीं रहा, लेकिन बाहर बैठने के बावजूद अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों और कोचिंग का ध्यान खींचा।