नई दिल्ली 20 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) कुमार सानू बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर सिंगर हैं. उन्होंने 90 के दशक में हिंदी सिनेमा को रोमांस की नई परिभाषा दी. उनका असली नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है और आज वह अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. कुमार सानू ने अपनी मखमली और खूबसूरत गायकी से न सिर्फ लाखों दिलों को छुआ, बल्कि इंडियन म्यूजिक को एक नया मुकाम भी दिया. 20 अक्टूबर 1957 को कोलकाता में जन्मे कुमार सानू के नाम 24 घंटे में 28 गाने रिकॉर्ड करने का अचीवमेंट है.
‘आशिकी’ (1990) के गाने जैसे ‘दिल का आलम’ और ‘नजर के सामने’ ने कुमार सानू को रातोंरात स्टार बना दिया और यह एल्बम आज भी संगीत प्रेमियों के लिए एक मील का पत्थर है. उनकी आवाज में वो जादू था, जो रोमांटिक, दर्द भरे, और उत्साहपूर्ण गीतों को एक नया रंग देता था. यही वजह है कि उन्हें ‘किंग ऑफ मेलोडी’ और ‘रोमांस किंग’ जैसे खिताबों से नवाजा गया.
20 हजार से ज्यादा गाने गाए
कुमार सानू की गायकी की खासियत उनकी बहुमुखी प्रतिभा रही है. उन्होंने 20,000 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए, जो हिंदी के साथ-साथ बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु और कई अन्य भारतीय भाषाओं में हैं. चाहे ‘चोरी चोरी जब नजरे मिली’ (करीब) का रोमांटिक अंदाज हो, ‘लड़की बड़ी अनजानी है’ (कुछ कुछ होता है) की मासूमियत, या ‘ये काली काली आंखें’ (बाजीगर) की धमाकेदार एनर्जी, सानू ने हर शैली को बखूबी निभाया. उनकी यह काबिलियत उन्हें बॉलीवुड के सुनहरे दौर का सबसे पसंदीदा सिंगर बनाती है.
5 साल तक लगातार जीता फिल्मफेयर अवॉर्ड
उनका सबसे बड़ा रिकॉर्ड है लगातार 5 साल (1990-1994) तक बेस्ट मेल सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार जीतना. 2009 में भारत सरकार ने उनके योगदान को देखते हुए पद्मश्री से सम्मानित किया, जो उनकी कला के प्रति समर्पण का प्रतीक है. कुमार सानू के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज है. इसने संगीत की दुनिया में गायक को रिकॉर्ड-ब्रेकर के रूप में अमर कर दिया. यह किस्सा उनके काम से जुड़ा है, जब गायक ने एक दिन में 28 गाने रिकॉर्ड करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम लिखवा लिया था.
सारांश:
मखमली आवाज वाले सिंगर ने 24 घंटे में 28 गाने रिकॉर्ड किए और लगातार 5 साल तक फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते, जिससे उनकी बहुमुखी प्रतिभा का सबूत मिला।