23 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) यूक्रेन के ड्रोन हमले में रूस के दक्षिणी हिस्से में स्थित एक बड़े गैस प्रोसेसिंग प्लांट में आग लग गई, जिसके बाद वहां गैस की सप्लाई रोकनी पड़ी. यह प्लांट कजाखस्तान की सीमा के पास ओरेनबर्ग क्षेत्र में स्थित है और रूस की सरकारी कंपनी गजप्रोम इसे चलाती है. यह दुनिया के सबसे बड़े गैस प्रोसेसिंग संयंत्रों में से एक है, जिसकी सालाना क्षमता 45 अरब क्यूबिक मीटर है. ओरेनबर्ग के गवर्नर येवगेनी सोलंतसेव के मुताबिक ड्रोन हमले से प्लांट के एक वर्कशॉप में आग लग गई और कुछ हिस्से को नुकसान पहुंचा.
कजाख ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक ड्रोन हमले के बाद पैदा हुई एमजेंसी के कारण प्लांट कजाखस्तान से आने वाली गैस को फिलहाल प्रोसेस नहीं कर पा रहा है और सप्लाई बंद है. यूक्रेन का दावा है कि कि प्लांट में बड़े पैमाने पर आग लगी और गैस प्रोसेसिंग यूनिट तबाह हो गई है. पिछले कुछ महीनों से यूक्रेन, रूस की ऊर्जा सुविधाओं पर लगातार हमले कर रहा है, ताकि रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर किया जा सके.
यूक्रेन ने रूसी रिफायरनरीज को बनाया निशाना
यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि उन्होंने रूस के नोवोकुइबिशेव्स्क ऑयल रिफाइनरी पर भी ड्रोन हमला किया, जिससे वहां आग लग गई और मुख्य रिफाइनिंग यूनिट को नुकसान हुआ. रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उनकी वायु सेना ने शनिवार रात 45 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए, जिनमें से 12 समारा क्षेत्र, 1 ओरेनबर्ग और 11 सारातोव क्षेत्र में गिराए गए. वहीं यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि रूस ने रात में 62 ड्रोन यूक्रेन की ओर भेजे, जिनमें से 40 ड्रोन मार गिराए गए या इलेक्ट्रॉनिक जामिंग की वजह से रास्ता भटक गए.
ट्रंप सुलझाने में जुटे हैं झगड़ा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि यूक्रेन को युद्ध खत्म करने के लिए रूस को कुछ जमीन छोड़नी पड़ सकती है. फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति पुतिन बिना जमीन कब्जा किए युद्ध खत्म करने को तैयार होंगे? इस पर ट्रंप ने जवाब दिया वो कुछ तो लेंगे ही तो उन्होंने लड़ाई लड़ी है और कुछ इलाकों पर कब्जा कर लिया है. ट्रंप ने कहा कि हम ही ऐसे देश हैं जो युद्ध जीतने के बाद भी वहां से चले जाते हैं. यह बयान उनके रुख में एक और बदलाव दिखाता है. हाल के हफ्तों में ट्रंप ने पुतिन से नाराजगी जताई थी और कहा था कि वे यूक्रेन की अधिक मदद करने पर विचार कर रहे हैं.
नहीं मिली टॉमहॉक
हालांकि उन्होंने यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें देने पर कोई पक्की बात नहीं कही. ट्रंप ने कहा कि हमारे पास अपनी सुरक्षा के लिए भी हथियार चाहिए. सब कुछ यूक्रेन को नहीं दे सकते. हालांकि विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर अमेरिका यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें देता है, तो यह रूस पर दबाव बढ़ाने का बड़ा कदम होगा क्योंकि इनसे यूक्रेन रूस के भीतर गहराई तक हमले कर सकता है. टॉमहॉक की पहुंच मॉस्को तक होगी. यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक रूस अब नए प्रकार के बम (UMPB-5R) का इस्तेमाल कर रहा है, जो 130 किलोमीटर तक मार कर सकते हैं. शनिवार को रूस ने इस बम से खारकीव क्षेत्र के लोझावा शहर पर हमला किया, जो खारकीव से 150 किलोमीटर दक्षिण में है.
सारांश:
यूक्रेन ने रूस के एक महत्वपूर्ण गैस प्लांट पर हमला किया, जिससे वहां आग लगी और गैस की सप्लाई पूरी तरह बंद हो गई। यह हमला रूस की ऊर्जा आपूर्ति को निशाना बनाने का प्रयास माना जा रहा है।