30 अक्टूबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : रुसी कच्चे तेल (Russian crude oil) को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बढ़ा तनाव अब कम होता नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारत को बड़ी राहत दी है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि अमेरिका ने चाबहार बंदरगाह (Chabahar Port) पर अमेरिकी प्रतिबंधों से भारत को छह महीने की छूट दी है। भारत के लिए यह बंदरगाह रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पाकिस्तान को बायपास करते हुए भारत को अफगानिस्तान, मध्य एशिया और पूर्वी रूस तक सीधी पहुंच प्रदान करता है।
व्यापार समझौते पर बातचीत जारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि व्यापार समझौते के लिए अमेरिका के साथ भारत की बातचीत जारी है। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत रूसी तेल कंपनियों पर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभावों का अध्ययन कर रहा है।
जायसवाल ने कहा, ‘‘हम रूसी तेल कंपनियों पर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं। हमारे निर्णयों में स्वाभाविक रूप से वैश्विक बाजार की बदलती गतिशीलता को ध्यान में रखा जाता है।’’
ट्रंप ने दी भारत को बड़ी राहत
यह छूट भारत के लिए बड़ी राहत लेकर आई है, जो ओमान की खाड़ी पर स्थित चाबहार बंदरगाह पर एक टर्मिनल विकसित कर रहा है। पिछले साल, भारत ने इस बंदरगाह के संचालन के लिए 10 साल का समझौता किया था, जिसका उद्देश्य इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) के माध्यम से क्षेत्रीय व्यापार और संपर्क को मजबूत करना है।
सारांश:
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को चाबहार पोर्ट पर बड़ी राहत दी है। उन्होंने इस रणनीतिक बंदरगाह पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों से भारत को 6 महीने की छूट देने की घोषणा की। चाबहार पोर्ट भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच व्यापार और संपर्क का अहम केंद्र है, जिससे भारत को क्षेत्रीय पहुंच और आर्थिक लाभ मिलेगा।
