04 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : गाजा में जारी तनाव और युद्धविराम की नाजुक स्थिति के बीच तुर्की में एक अहम बैठक हुई. यहां कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, पाकिस्तान, इंडोनेशिया और तुर्की के विदेश मंत्री एक साथ बैठे और गाजा में अंतरराष्ट्रीय शांति बल (International Peace Force) की स्थापना पर चर्चा की. यह बैठक इस्तांबुल, तुर्की के सबसे बड़े शहर में आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य गाजा में स्थायी शांति की दिशा में मुस्लिम देशों के साझा प्रयासों को मजबूत करना था. बैठक में मुख्य रूप से युद्धविराम की निगरानी, मानवीय सहायता की सुरक्षा, और गाज़ा में अंतरराष्ट्रीय बल की संरचना जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा हुई.

तुर्की के विदेश मंत्री हाकान फिदान ने बैठक के बाद कहा, ‘गाजा के लिए प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय बल पर बातचीत जारी है. यह संगठन अभी पूरी तरह गठित नहीं हुआ है, और इसकी जिम्मेदारियों पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.’ उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल यह पहल शुरुआती चरण में है, लेकिन सभी देशों ने गाजा में शांति और स्थिरता के लिए ठोस सहयोग की प्रतिबद्धता दिखाई है. बताया जा रहा है कि इस अंतरराष्ट्रीय बल में शामिल कुछ देश गाजा पट्टी में अपने सैनिक या शांति रक्षक भेजने को तैयार हैं, ताकि युद्धविराम के बाद क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित की जा सके.

संघर्षविराम के बीच भी हमले

युद्धविराम 10 अक्टूबर से लागू है, लेकिन अब तक कई बार इसके उल्लंघन की खबरें सामने आ चुकी हैं. गाजा में हालात अभी भी अस्थिर हैं और मानवीय संकट गहराता जा रहा है. इस्लामिक देशों के बीच यह नई एकजुटता उस समय आई है जब गाजा की स्थिति को लेकर वैश्विक मंचों पर लगातार बहस जारी है. कई देश इस संघर्ष के समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र या क्षेत्रीय सहयोग के जरिये शांति तंत्र स्थापित करने की बात कर रहे हैं. हालांकि, इसके गठन और संचालन को लेकर कई कूटनीतिक और व्यावहारिक चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं. इजरायल पहले ही कह चुका है कि किस देश की सेना आएगी यह वह तय करेगा.

गाजा में मिले 3 बंधकों के शव
इजरायल ने कहा कि रेड क्रॉस को गाजा में तीन बंधकों के अवशेष मिले हैं और उन्हें जल्द ही इजरायल की सेना को सौंपा जाएगा. हमास के एक बयान में पहले कहा गया था कि ये अवशेष रविवार को दक्षिणी गाजा में एक सुरंग से बरामद हुए. गाजा में 10 अक्टूबर को युद्धविराम प्रभावी होने के बाद से फलस्तीनी चरमपंथियों ने अब तक 17 बंधकों के शव वापस किए हैं, जबकि 11 बंधकों के शव अब भी गाजा में हैं. चरमपंथी हर कुछ दिनों में एक या दो शव सौंप रहे हैं. इजरायल ने इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कहा कि और कुछ मामलों में कहा है कि सौंपे गए शव बंधकों के नहीं हैं.

सारांश:
तुर्की में 7 मुस्लिम देशों की अचानक बुलाई गई सीक्रेट मीटिंग ने हलचल मचा दी है। इस बैठक में पाकिस्तान समेत कई इस्लामिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, चर्चा क्षेत्रीय सुरक्षा, इज़राइल-हमास संघर्ष और मुस्लिम देशों की संयुक्त रणनीति पर केंद्रित रही। बैठक की आधिकारिक जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।

Bharat Baani Bureau

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