06 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : ठंड आते ही हरी सब्जियां और जड़ वाली सब्जियां मिलने लगती हैं। इन दिनों गाजर, मूली और शलजम भी मिलने लगी हैं। सर्दियों में मूली और शलजम को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। हालांकि कुछ लोगों को कंफ्यूजन होता है कि शलजम और मूली एक ही होती हैं जबकि ऐसा नहीं है शलजम और मूली एक ही प्रजाति की लेकिन दो अलग-अलग सब्जियां हैं। शलजम ऊपर से हल्की लाल और बैंगनी रंग की होती है जबकि मूली अंदर और बाहर दोनों साइड से सफेद होती है। शलजम गोल होती है जबकि मूली लंबी होती है। दोनों के फायदे और पोषक तत्व भी काफी अलग होते हैं। ये हैं शलजम और मूली के मुख्य अंतर।

शलजम और मूली में अंतर

शलजम थोड़ी महंगी होती है जबकि मूली सस्ती होती है। करीब 100 ग्राम शलजम में 28 कैलोरी होती हैं जबकि मूली में 16 कैलोरी होती हैं। ग्लाइसेमिक इंडेक्स में शलजम 73 है तो वहीं मूली का जीआई 32 है। शलजम में मूली से दोगुना कार्बोहाइड्रेट होता है। मूली की तुलना में शलजम में विटामिन सी की मात्रा 42 प्रतिशत ज्यादा होती है। वहीं शलजम में विटामिन बी6 और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की मात्रा अच्छी होती है। 300 ग्राम शलजम विटामिन सी की दैनिक आवश्यकता का 70% और विटामिन बी6 की 21% पूर्ति करता है।  वहीं 300 ग्राम मूली विटामिन सी की दैनिक आवश्यकता का 50% और  फोलेट की 19% पूर्ति करती है। शलजम में मूली से 70% ज्यादा कॉपर होता है। शलजम में मूली से 42% ज्यादा सोडियम पाया जाता है, लेकिन मूली में आयरन और पोटेशियम की मात्रा शलजम से ज्यादा होती है।

शलजम और मूली में समानता

फाइबर के मामले में मूली और शलजम एक समान हैं। फैट और प्रोटीन शलजम और मूली दोनों में न के बराबर होता है। जिंक और मैग्नीशियम दोनों में बराबर मात्रा में पाया जाता है। शलजम और मूली दोनों को सब्जी और सलाद के रूप में खा सकते हैं। दोनों का स्वाद भी काफी मिलता जुलता होता है। 

शलजम और मूली किन बीमारियों में फायदेमंद हैं?

  1. शलजम और मूली दोनों में कैंसर और ट्यूमर रोधी गुण ग्लूकोसाइनोलेट्स और आइसोथियोसाइनेट्स पाए जाते हैं। 
  2. शलजम में फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक  यौगिकों में एंटी-ऑक्सीडेटिव  गुण पाए जाते हैं। वहीं मूली में पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं इसके अलावा पाइरोगैलोल और वैनिलिक एसिड  में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। मूली के एंथोसायनिन में जैसे गुण फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं।
  3. शलजम और मूली दोनों में ही हार्ट को हेल्दी रखने वाले गुण पाए जाते हैं इन्हें खाने से ब्लड प्रेशर और लिपिड कंट्रोल रहता है। 
  4. शलजम और मूली में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज में असरदार काम करते हैं। दोनों ही सब्जियां मोटापा कम करने और मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में असरदार साबित होती हैं।
  5. शलजम और मूली दोनों में ही हीमोग्लोबिन बढ़ाने और शरीर में ऑक्सीजन के लेवल में सुधार लाने का काम करते हैं। पाचन के लिए इन दोनों सब्जियों को अच्छा माना जाता है।

सारांश:
शलजम और मूली दिखने में मिलते-जुलते हैं, लेकिन इनमें कई अंतर हैं। शलजम का रंग हल्का पीला या बैंगनी होता है और इसका स्वाद हल्का मीठा होता है, जबकि मूली का रंग सफेद और स्वाद तीखा होता है। दोनों के पौष्टिक तत्व और स्वास्थ्य लाभ भी अलग-अलग होते हैं।

Bharat Baani Bureau

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