10 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : रात को सोने से पहले दूध में एक चम्मच घी मिलाकर पीना सिर्फ पुरानी परंपरा नहीं, बल्कि सेहत का खज़ाना है। आपको यह पढ़कर अजीब लगे लेकिन दूध और घी का यह संयोजन शरीर को कई बेहतरीन फायदा देता है। यह एक शक्तिशाली और पौष्टिक मिश्रण है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। चलिए जानते हैं वे फायदे कौन से हैं?

दूध में घी मिलाकर पीने से मिलते हैं ये फायद

  • पाचन होता है बेहतर: घी के साथ गर्म दूध पीने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है क्योंकि घी में मौजूद ब्यूटिरिक एसिड आंतों की सूजन को कम करता है, स्वस्थ बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है और मल त्याग को आसान बनाता है। यह कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है जिससे पाचन स्वास्थ्य में सुधार होता है। 
  • मेटाबॉलिज़्म बेहतर करता है: गर्म दूध में घी मिलाने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, क्योंकि घी में मौजूद ‘मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स’ (MCTs) मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह संयोजन पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है। 
  • जोड़ों के दर्द को कम करता है: अगर आपको जोड़ों में दर्द या अकड़न की समस्या है, तो घी के साथ एक कप गर्म दूध पीने से कुछ राहत मिल सकती है। घी ओमेगा-3 फैटी एसिड और सूजन-रोधी यौगिकों से भरपूर होता है, जो सूजन को कम करने और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। 
  • ग्लोइंग स्किन: दूध में घी मिलकर पीने से स्किन को कई फायदे मिलते हैं। घी घुलनशील विटामिन जैसे ए, डी, ई और के से भरपूर होता है, जो स्वस्थ त्वचा के लिए आवश्यक हैं। ये विटामिन त्वचा को अंदर से बाहर तक पोषण और नमी प्रदान करते हैं, जिससे एक प्राकृतिक, स्वस्थ चमक मिलती है। 
  • नींद में सुधार: सोने से पहले घी के साथ गर्म दूध पीने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। दूध और घी दोनों में ट्रिप्टोफैन होता है, जो एक एमिनो एसिड है जो नींद लाने में मदद करता है। दूध की गर्माहट आपके शरीर और मन को आराम देने में मदद कर सकती है, जिससे नींद आने में आसानी होगी

सारांश:
रात को दूध में घी मिलाकर पीना शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह मिश्रण नींद में सुधार करता है, पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और शरीर की थकान दूर करता है। दूध और घी का संयोजन हड्डियों को मजबूत करने, त्वचा को निखारने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह आदत शरीर में ऊर्जा संतुलन बनाए रखती है और मानसिक शांति भी प्रदान करती है।

Bharat Baani Bureau

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