11 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : वित्त मंत्रालय ने बीते सोमवार को कहा कि चार महीने तक चली राष्ट्रव्यापी वित्तीय समावेशन संतृप्ति अभियान के दौरान 1.11 करोड़ नए प्रधानमंत्री जन धन योजना खाते खोले गए। वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि 31 अक्टूबर को संपन्न हुए इस चार महीने के अभियान का उद्देश्य हर पात्र नागरिक को प्रमुख वित्तीय योजनाओं के दायरे में लाना था। यह जन धन खाते एक अकाउंट होल्डर को कई सुविधाएं देता है। आइए, इस खास अकाउंट पर चर्चा करते हैं।

शेष राशि या लेनदेन की राशि पर कोई प्रतिबंध नहीं

खाताधारक बैंक शाखा के साथ-साथ एटीएम/सीडीएम में नकदी जमा कर सकते हैं। किसी भी इलेक्ट्रॉनिक चैनल के माध्यम से या केंद्र/राज्य सरकार की एजेंसियों और विभागों द्वारा जारी चेक जमा/संग्रह के माध्यम से धन की प्राप्ति/जमा हो सकती है। एक महीने में जमा की जाने वाली राशि और राशि की कोई सीमा नहीं है। एक महीने में कम से कम चार निःशुल्क निकासी, जिसमें मेट्रो एटीएम सहित किसी भी एटीएम से निकासी शामिल है। इसके बाद की निकासी पर बैंक शुल्क ले सकते हैं।

जन धन अकाउंट खोलने के फायदे

  • बैंकिंग सेवाओं से वंचित व्यक्ति के लिए एक बुनियादी बचत बैंक खाता खोला जाता है।
  • जन धन खाते में कोई न्यूनतम शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता नहीं है।
  • जन धन खाते में जमा राशि पर ब्याज मिलता है।
  • जन धन खाते में खाताधारक को रुपे डेबिट कार्ड प्रदान किया जाता है।
  • इस अकाउंट के खाताधारकों को जारी किए गए रुपे कार्ड के साथ 1 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर (28.8.2018 के बाद खोले गए नए पीएमजेडीवाई खातों के लिए 2 लाख रुपये तक बढ़ाया गया) उपलब्ध है।
  • पात्र खाताधारकों को 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट (ओडी) सुविधा उपलब्ध है।
  • पीएमजेडीवाई खाते प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी बैंक (मुद्रा) योजना के लिए पात्र हैं।

2.68 लाख करोड़ रुपये हैं जमा

पिछले 11 वर्षों में 56 करोड़ से ज्यादा जन-धन खाते खोले गए हैं, जिनमें कुल जमा राशि 2.68 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। अगस्त 2025 में आई जानकारी के मुताबिक, 38 करोड़ से ज्यादा निःशुल्क RuPay कार्ड जारी किए गए हैं, जिससे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिला है। प्रधानमंत्री जन धन योजना खाते के तहत 67% खाते ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं, और 56% खाते महिलाओं द्वारा खोले गए हैं, जो दर्शाता है कि देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले वंचित व्यक्तियों को किस प्रकार औपचारिक वित्तीय क्षेत्र में लाया गया है।

Bharat Baani Bureau

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