नई दिल्ली 13 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : उस दर्दनाक हादसे को भले ही 16 साल गुजर गए, लेकिन आज भी वो घटना श्रीलंकन क्रिकेटर्स के जेहन में बुरी याद बनकर ताजा है. उस मंजर को याद करते ही खिलाड़ी सहर उठते हैं. 3 मार्च 2009 यानी क्रिकेट इतिहास का ‘ब्लैक डे’… जब स्टेडियम पर चौके-छक्के की जगह गोलियां बरसीं. खेल के मैदान को आतंक के साये ने चारों ओर से घेर लिया. अब समय का पहिया फिर घुमा है, श्रीलंकाई टीम दोबारा पाकिस्तान दौरे पर है और बीते दिनों हुए आत्मघाती विस्फोट के बाद 2009 का मंजर दोबारा याद आ रहा है.

3 मार्च को क्या हुआ था?
सुबह-सुबह लाहौर की सड़कों पर श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस दौड़ रही थी. खिलाड़ी पाकिस्तान के खिलाफ जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल खेलने गद्दाफी स्टेडियम की ओर बढ़ रही थी. टीम बस में हंसी-मजाक का माहौल था. मगर किसी ने नहीं सोचा था कि चंद मिनटों बाद ये हंसी-खुशी गोलियों की आवाज में बदल जाएगी.

पाकिस्तानी आतंकी हमले में क्या हुआ था?

  • इस आतंकवादी हमले में 12 बंदूकधारी आतंकी थे. घटनास्थल से ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर बरामद हुए.
  • आतंकियों का मकसद श्रीलंकाई टीम को खत्म कर देना था, जिसमें दो खिलाड़िों को गोली लगी थी.
  • श्रीलंका के खेल मंत्री ने बताया था कि हमले में पांच श्रीलंकाई खिलाड़ी और टीम के कोच घायल हुए थे
  • इस आतंकवादी हमले में पाकिस्तान पुलिस के पांच सिक्योरिटी गार्ड मारे गए.
  • खिलाड़ियों को पाकिस्तान वायुसेना के हेलीकॉप्टर के जरिए स्टेडियम से बाहर निकाला गया था.
  • समरवीरा और उपुल तरंगा को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनका इलाज हुआ.

लाहौर स्टेडियम में पाकिस्तानी सेना का हेलीकॉप्टर

पहले भारत को करना था पाकिस्तान का दौरा
दरअसल तय कार्यक्रम भारत और पाकिस्तान के बीच होना था. लेकिन मुंबई हमले के मद्देनजर भारत ने पाकिस्तान जाने से साफ इनकार कर दिया था, जिसके बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से बातचीत कर पीसीबी ने इस दौरे के लिए बनाया था.

अब मौजूदा हालात क्या है?
श्रीलंकाई टीम इस वक्त वनडे सीरीज खेलने पाकिस्तान में है. बीते दिनों पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक बम विस्फोट हुआ, जिसमें 12 लोगों के मारे जाने की खबर है. इस हमले के बाद दौरान श्रीलंका क्रिकेट टीम भी इस्लामाबाद में ही थी. अब लगभग आधी टीम वापस स्वदेश लौटना चाहती है.

सारांश:
3 मार्च 2009 को लाहौर में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। टीम बस को निशाना बनाकर की गई इस फायरिंग में कई खिलाड़ी घायल हुए और छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस हमले के बाद पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट लगभग एक दशक तक ठप रहा।

Bharat Baani Bureau

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