13 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) दिल्ली की हवा बेहद जहरीली हो चुकी है। AQI 700 के पार पहुंच चुका है। ऐसे में इस जहरील हवा में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि अब डॉक्टर्स खुद पेशेंट से कह रहे है ‘कुछ दिन दिल्ली से बाहर चले जाइए, वरना फेफड़े जवाब दे देंगे’। लेकिन सोचिए जो लोग इस जहरीली हवा के साथ स्मोक भी करते हैं, उनका हाल क्या होगा ? क्योंकि स्मोकिंग फेफड़ों के कैंसर का खतरा डबल कर देती है। वैसे ये जहरीला धुआं सिर्फ फेफड़ों या गले तक नहीं रुकता, दिल की धमनियों को भी कमजोर करता है, ब्लड फ्लो कम कर देता है, ब्रेन सेल्स को डैमेज कर स्ट्रोक और डिमेंशिया का खतरा बढ़ा देता है। यहां तक कि आंखों की रेटिना तक पहुंचकर, वहां भी ‘अंधेरा फैला देता है’। इसका मतलब है कि धुंआ पॉल्यूशन का हो या सिगरेट का उसके जहर से हर हाल में बचने की जरुरत है। ऐसे में स्वामी रामदेव से जानेंगे अपने फेफड़ों को कैसे मजबूत बनाएं और जहरीली हवा से इसे कैसे बचाएं।
किससे कितना प्रदूषण ?
जहरीली गैस PM 10 PM 2.5
4 पहिया पैट्रोल वाहन अपशिष्ट जलाना अपशिष्ट जलाना
20% 25% 24%
दुपहिया पराली पराली
पैट्रोल वाहन 14% 23% 23%
इंडस्ट्रियल घर का कचरा घर-इंडस्ट्री का कचरा
12% 18% 28%
केमिकल्स 8% इंडस्ट्रियल 15%
धुएं-स्मॉग का असर
- गले में खराश
- आंखों में जलन,
- कंजक्टिवाइटिस
- नाक में खुजली
- ज़ुकाम
- सूखी खांसी
- सीने मे चुभन
- स्किन एलर्जी
प्रदूषण से बचने के लिए करें ये उपाय
1. बुज़ुर्ग,बच्चे, मरीज़ बाहर न निकलें
2. बाहर जाना पड़े तो मास्क पहनें
3.घर में एयर प्यूरीफायर लगाएं
4. खट्टी, ठंडी चीज़ें और सॉफ्ट ड्रिंक्स से बचें
5. न्यूट्रिशस फूड और आंवला खाएं
6. वक्त वक्त पर पानी पीते रहें
7. गले में खराश हो तो गरारे करें
8. नाक बंद हो तो सुबह में भाप लें
तंबाकू से हो रही ये बीमारियां
हार्ट प्रॉब्लम
शुगर
लंग्स प्रॉब्लम
माइग्रेन
एंग्जाइटी
डिप्रेशन
सिगरेट छुड़ाने में कारगर है ये खास पाउडर
हल्दी
अजवाइन
लौंग
कपूर
काली मिर्च
सेंधा नमक
बबूल की छाल
पिपरमिंट
एलर्जी में रामबाण है ये पाउडर
इसके लिए 100 ग्राम बादाम, 20 ग्राम कालीमिर्च, 50 ग्राम शक्कर को मिलाकर पाउडर बनाएं और इसे 1 चम्मच दूध के साथ लें
नशा छुड़ाने में कारगर अजवाइन अर्क
इसके लिए 250 ग्राम अजवाइन को 1 लीटर पानी में पकाएं। फिर खाना खाने के बाद अर्क पीएं।
सारांश:
बढ़ते प्रदूषण के कारण फेफड़ों की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। स्वामी रामदेव ने बताया कि योग और प्राणायाम फेफड़ों को मजबूत बनाने का सबसे प्रभावी तरीका है। उन्होंने अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भस्त्रिका जैसे प्राणायाम करने की सलाह दी, जो श्वसन प्रणाली को साफ रखते हैं और ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं। साथ ही उन्होंने ताजा फल, हल्का भोजन, और तुलसी, अदरक व गिलोय का सेवन करने की भी सलाह दी ताकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।
