वाशिंगटन 19 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : सऊदी अरब के प्रिंस का अमेरिका दौरा यूं तो डील्स के लिहाज से महत्वपूर्ण रहा लेकिन एक और तस्वीर सोशल मीडिया में छाई रही. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला-एक्स के सीईओ एलन मस्क के बीच लंबे समय से चली आ रही तनातनी के बावजूद, मंगलवार रात व्हाइट हाउस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के सम्मान में आयोजित भव्य डिनर में एलन मस्क भी मौजूद रहे. यह इवेंट अमेरिका-सऊदी संबंधों को मजबूत करने का प्रतीक था, फिर इसमें मस्क की मौजूदगी का क्या मतलब था?

दोस्ती से दुश्मनी तक ट्रंप और मस्क का रिश्ता हमेशा से ही उतार-चढ़ाव भरा रहा है. साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले मस्क ट्रंप के समर्थक थे, लेकिन जल्द ही दोनों में मतभेद हो गया. साल 2025 में यह विवाद चरम पर तब पहुंचा, जब मस्क ने ट्रंप के बिग ब्यूटीफुल बिल की कड़ी आलोचना की. मई 2025 में मस्क ने व्हाइट हाउस छोड़ दिया और दोनों के बीच सार्वजनिक तकरार शुरू हो गई. मस्क ने ट्रंप को ओवररेटेड तक कह डाला, जबकि ट्रंप ने मस्क की कंपनियों पर सब्सिडी कटौती की धमकी दी. बावजूद इसके ट्रंप की पार्टी में मस्क क्यों गए?

सऊदी प्रिंस के डिनर में ‘ओल्ड फ्रेंड’ एलन मस्क

18 नवंबर को व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में आयोजित इस ब्लैक-टाई डिनर में सऊदी क्राउन प्रिंस एमबीएस को रॉयल ट्रीटमेंट दिया गया. ये सिर्फ डिनर नहीं ग्लोबल पावर गेदरिंग भी थी. डोनाल्ड ट्रंप ने एमबीएस को अमेरिका का $1 ट्रिलियन पार्टनर बताया, जो तेल, सुरक्षा, व्यापार, टेक्नोलॉजी और न्यूक्लियर एनर्जी में निवेश का वादा कर रहे हैं. इस दौरान दोनों तरफ से कई विशेष अतिथि मौजूद रहे. प्रमुख अतिथियों में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, अमेजन के जेफ बेजोस, फुटबॉल स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो और फीफा प्रेसिडेंट भी शामिल थे. इन सबके बीच मस्क की मौजूदगी सबसे ज्यादा चर्चित रही. रॉयटर्स के मुताबिक ट्रंप ने डिनर के दौरान मस्क का जिक्र किया और उन्हें ‘ओल्ड फ्रेंड’ कहा.

क्या है मस्क के आमंत्रण का कारण?
ट्रंप-मस्क टेंशन के बावजूद मस्क को आमंत्रित करने के पीछे कई वजहे हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक यह डिनर मस्क की वापसी का प्रतीक है. इसके अलावा सऊदी अरब ने टेस्ला और xAI में $40 बिलियन से ज्यादा निवेश किया है, ये भी मस्क के पहुंचने की वजह थी. मोहम्मद बिन सलमान टेक और AI में रुचि रखते हैं और मस्क का होना इन सौदों को मजबूत करता है. $1 ट्रिलियन डील में टेक सेक्टर प्रमुख है और मस्क की मौजूदगी अमेरिका की टेक इंडस्ट्री को रिप्रेजेंट करता है. इसके अलावा ये भी है कि एक ग्लोबल पावर के तौर पर अमेरिका अपनी साख सऊदी अरब के सामने बढ़ा रहा था, ऐसे में मस्क जैसे ग्लोबल इन्फ्लुएंसर को शामिल कर ट्रंप ‘सॉफ्ट पावर’ दिखा रहे हैं. मस्क और रोनाल्डो जैसी हस्तियों की उपस्थिति ने इसे हाई प्रोफाइल बना दिया. कुछ रिपोर्ट्स में तो ये भी कहा जा रहा है कि मस्क DOGE के रोल में वापसी कर सकते हैं और इसका ही संकेत उनका बार-बार ट्रंप के साथ दिखना है. चाहे वो चार्ली किर्क की शांति सभा में साथ बैठना हो या फिर स्टेट डिनर में शामिल होना.

सारांश:
सऊदी अरब में किंग के सम्मान में आयोजित महफिल में एलन मस्क की मौजूदगी ने सबका ध्यान खींचा। उनके खास मेहमानों की तरह शामिल होने से कयास लगने लगे कि क्या मस्क और सऊदी नेतृत्व के बीच रिश्ते और मजबूत होने वाले हैं। महफिल में उनकी सक्रिय मौजूदगी और बातचीत को लेकर चारों तरफ यही चर्चा रही कि क्या टेक और तेल की दो बड़ी शक्तियां किसी बड़े सहयोग की तरफ बढ़ रही हैं।

Bharat Baani Bureau

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