26 नवंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : जिंदगी कभी-कभी इशारे में बहुत बड़ा सच दिखा जाती है। जला हुआ निवाला, शराब, धुआं और इंसान का अकेलापन, ये सब बस आदतें नहीं हैं। ये ‘कैंसर की खामोश दहलीज’ है। धुआं फेफड़ों को जलाता है, शराब लीवर को तोड़ती है और अकेलापन, अकेलेपन को तो इल्म वालों ने कहा है रोज 15 सिगरेट पीने के बराबर है। ये सब मिलकर शरीर की इम्यूनिटी को खा जाते हैं और इसी तरह कैंसर दबे पांव शरीर में जगह बना लेता है। लेकिन क्या आप जानते हैं इस परेशानी की सबसे बड़ी राहत भी इसी शब्द में छिपी है”CANCER”। C – Cut alcohol & smoking, A – Activate lifestyle, N – Nutrition rich food, C – Check-ups, E – Exposure to sunlight, R – Rest well। इससे साफ है कि ये छह आदतें अगर आज से अपना ली तो कैंसर का खतरा सीधा ”60-70% तक कम” हो सकता है। लेकिन दिक्कत सिर्फ खराब आदतों की नहीं है जो हम खा-पी रहे हैं, वो भी हमें बीमार कर रहा है। फर्टिलाइजर, पेस्टीसाइड्स, प्लास्टिक, कैमिकल्स और तमाम तरह के पॉल्यूशन तो बॉडी को नुकसान पहुंचा ही रहे हैं।
दुर्भाग्य ये कि अब कैंसर का डर गोद में पल रहे नवजात तक पहुंच गया है। रिसर्च कहती है मां का दूध, जो जीवन देता है उसी में यूरैनियम और सीसा मिल रहा है.। आपको बताएं ब्रेस्ट फीड बच्चों का शरीर ‘हैवी मैटल्स’ को सबसे ज्यादा एब्जॉर्व करता है। जिससे किडनी डैमेज, दिमागी कमजोरी, बिहेवियरल डिले, और कैंसर का खतरा बढ़ता है। बिहार के 6 जिलों में हुई रिसर्च में तकरीब ”70% इनफेंट में यूरैनियम का खतरनाक लेवल” मिला है। जहां से जिंदगी शुरू होती है..वहीं से बीमारियों का खतरा शुरू हो जाए तो ? सोचिए..कितनी डरावनी स्थिति है। अब हालात जैसे भी हो बचाव का रास्ता भी इन्हीं मुश्किलों के बीच तलाशना ही होगा और उसके लिए योगगुरु स्वामी रामदेव से बेहतर मार्गदर्शन और कौन कर सकता है। यहां बाबा रामदेव से जानें कैंसर के खतरे को कैसे कम किया जा सकता है।
खाने में मिलावट
हल्दी पाउडर
मिर्च पाउडर
मसाला
तेल
घी
हरी सब्ज़ी
फ्रूट्स
मिलावटी सब्ज़ी कैसे पहचाने ?
महक से पहचानें
सफेद कपड़े पर रगड़ें
गीली रूई से
साफ करें
ज़्यादा चमके तो सवाल करें: रंग उतरा तो सब्ज़ी में मिलावट, चमक फीकी हुई तो मिलावट।
फल सब्ज़ी खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
दाग- धब्बे वाली सब्जी-फल ना खरीदें
नाखून से दबाकर देखें
फल खाने का तरीका
फलों का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन ये तभी लाभ पहुंचाता है जब इसे सही तरीके से खाया जाए। ऐसे में जान लें फल खाने का सही तरीका क्या है। इसके लिए गुनगुने पानी से अच्छे से धोएं। फिर फलों को काटकर देखें। आप फलों को काटने से पहले इसे फिटकरी या क्लोरीन के पानी से धोकर देख सकते हैं।
रंगों में हो सकते हैं ये केमिकल
काला – लेड ऑक्साइड
हरा – कॉपर सल्फेट
सिल्वर – एल्युमीनियम ब्रोमाइड
लाल – मरक्युरी सल्फाइड
पीला – येलो मेटेलिक
मिलावटी चीजों को खाने के नुकसान
किडनी प्रॉब्लम
याद्दाश्त कमजोर
नजर कमजोर
आंखों में जलन
स्किन डिजीज
अस्थमा
एलर्जी
कैंसर
