03 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : योग से शरीर को वो बल मिलता है जो मुश्किल हालात से लड़ने में मदद करता है। लेकिन जो लोग योग से दूर हैं वो जरा सी सर्दी बढ़ते ही रज़ाई-कंबल में दुबक जाते हैं। जोड़ों के दर्द से उनके लिए चलना फिरना भी मुश्किल हो जाता है। रिसर्च के मुताबिक सर्दियों में जोड़ों की परेशानी 60-70 प्रतिशत लोगों में बढ़ जाती है। खासकर, गर्दन, कमर, घुटनों के दर्द और साइटिका मरीज़ों में फ्लेयर-अप्स यानि दर्द, सूजन के मामले 20-30% ज़्यादा रिपार्ट होते हैं। सुबह के समय ये तकलीफ ज़्यादा होती है और कुछ लोगों के घुटनों से तो दिन भर ‘कट-कट’ की आवाज़ आती है। दरअसल ठंड में ज्वाइट्स पेन बढ़ने के पीछे कई फैक्टर्स हैं जैसे धीमी ब्लड सप्लाई, ज्वाइंट्स में फ्लूड कम होना और एयर प्रेशर घटने से बॉडी टिशूज़ में आई सूजन हड्डियों में जकड़न बढ़ा देती है। इसके अलावा लेस फिज़िकल एक्टिविटी, विटामिन-D की कमी भी शरीर में स्वेलिंग बढ़ाती है।
हालांकि शरीर में सैंकड़ों जोड़ हैं लेकिन दर्द कुछ खास पार्ट में ज़्यादा होता है। जैसे वजन सहने वाले जोड़ यानि घुटने, कूल्हे, दूसरा लचीलापन देने वाले जोड़ जैसे कंधा, गर्दन, कमर, स्पाइन और तीसरा छोटे और नाजुक जोड़ जैसे कलाई, कोहनी-हाथ-पैर की उंगलियां भी दर्द होती हैं। अब अगर बॉडी मूवमेंट बनाए रखनी है तो जाड़े में जोड़ों का ख्याल रखना ही होगा। योगगुरू स्वामी रामदेव से जानते हैं जोड़ों के दर्द से बचने के उपाय।
सर्दियों में जोड़ों के दर्द का कारण
सर्दियों में ठंड की वजह से ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है। जोड़ों तक ऑक्सीजन कम पहुंचता है जिससे दर्द और सूजन की समस्या बढ़ जाती है। वहीं ज्वाइंट्स में फ्लूड कम होने पर लचीलापन कम होने लगता है। जिससे जोड़ों में अकड़न आ जाती है। एयर प्रेशर घटने से जोड़ों पर दबाव पड़ने लगता जिससे दर्द और जकड़न बढ़ जाती है। इसके दूसरे कारण में फिजिकल एक्टिविटी कम करना, जोड़ों में कमजोरी, सूजन, विटामिन डी की कमी, हड्डियां कमजोर होना, खराब खाना, चाय-कॉफी तले-भुने पदार्थों का सेवन ज्यादा करना है।
सर्दियों में गिरते तापमान से जोड़ों में दर्द
ठंड में तापमान कम होने के कारण ब्लड वेसल्स सिकुड़ते है, जिससे सर्दी में जाम हो जाते हैं। ज्वॉइंट्स तक ब्लड सप्लाई कम हो जाती है जिससे जोड़ों में दर्द-अकड़न और घुटने जाम होने लगते हैं।
आर्थराइटिस के लक्षण
- ज्वाइंट्स में दर्द
- जोड़ों में अकड़न
- घुटनों में सूजन
- स्किन लाल होना
जोड़ों में दर्द वाले न करें ये गलती
- वजन ना बढ़ने दें
- स्मोकिंग से बचें
- पॉश्चर सही रखें
- प्रोसेस्ड फूड
- ग्लूटेन फूड
- अल्कोहल
- ज्यादा चीनी-नमक
- गर्म कपड़े पहने
- पानी ज्यादा पीएं
- वर्कआउट करें
- विटामिन D जरुरी
गठिया में फायदेमंद मसाज थेरेपी
- पीड़ांतक तेल
- पिपरमिंट-नारियल तेल
- यूकेलिप्टस ऑयल
- तिल का तेल
जोड़ों के दर्द के लिए तेल
इसके लिए घर में पीड़ातक तेल बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। अजवाइन, लहसुन, मेथी, सोंठ, हल्दी, निर्गुंडी, पारिजात और अर्क पत्र लें। सारी चीजों को अच्छी तरह से कूट लें और फिर सरसों या तिल के तेल में उबालें। तैयार है जोड़ों के लिए असरदार होममेड तेल, इससे मसाज करने से दर्द में राहत मिलेगी।
हड्डियां मजबूत कैसे बनेंगी?
- खाने में कैल्शियम बढ़ाएं
- 1 कप दूध जरूर पीएं
- सेब का सिरका पीएं
- गुनगुने पानी में दालचीनी-शहद पीएं
- हल्दी-दूध जरूर पीएं
- सेब का सिरका पीएं
- लहसुन-अदरक खाएं
- दालचीनी-शहद पीएं
सारांश:
सर्दियों में गिरता तापमान कई लोगों के लिए जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को बढ़ा देता है। स्वामी रामदेव ने घर पर आसानी से बनाया जाने वाला पीड़ांतक तेल सुझाया है, जिसे इस्तेमाल करने से दर्द में राहत मिल सकती है। यह प्राकृतिक उपाय दर्द कम करने और शरीर को गर्म रखने में मदद करता है।
