08 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : दुनिया में इस वक्त अशांति और युद्धों का दौर चल रहा है. कहीं तनाव चल रहा है, तो कहीं युद्ध जारी हैं. एशिया में भी चीन और जापान के बीच जो हालात बने हुए हैं, ऐसा लग रहा है कि समुद्र में अभ्यास के नाम पर चल रही गड़गड़ाहट कहीं युद्ध में न बदल जाए. जापान लगातार दावा कर रहा है कि चीन अपनी सैन्य गतिविधियां जान-बूझकर प्रशांत महासागर में बढ़ा रहा है. वहीं चीन ने इस पर जवाब दिया है कि वो सिर्फ डिफेंस की नीति अपनाता है. इसके अलावा चीन का कहना है कि जापान को जब अमेरिका विमानों से ऐतराज नहीं है, तो चीन से क्यों?

जापान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को दावा किया कि चीन की नौसेना का एयरक्राफ्ट कैरियर लियाओनिंग जापान के पास देखा गया. जापान के मुताबिक लियाओनिंग ने ओकिनावा के पास प्रशांत महासागर में लड़ाकू विमानों के टेकऑफ और लैंडिंग का अभ्यास किया. जापान की संयुक्त स्टाफ रिपोर्ट के मुताबिक लियाओनिंग के साथ चीन का टाइप 055 बड़ा विध्वंसक जहाज नानचांग, दो टाइप 052D विध्वंसक जहाज हल नंबर 117 और 124 शामिल थे.

क्यों जापान को समुद्र में घेर रहा है चीन?

जापान ने पहली बार चीन के किसी एयरक्राफ्ट कैरियर की गतिविधि को ऐसे समय स्वीकार किया है जब चीन तीन एयरक्राफ्ट कैरियर वाले युग में प्रवेश कर चुका है.कुछ दिन पहले रॉयटर्स ने दावा किया था कि चीन पूर्वी एशिया के समुद्री इलाकों में अपनी नौसेना और कोस्टगार्ड के 100 से ज्यादा जहाज तैनात कर रहा है. जापान का आरोप है कि चीन अपने सैन्य गतिविधियां बढ़ा रहा है. जापान ने आरोप लगाया कि चीनी लड़ाकू विमानों ने उसके सैन्य एयरक्राफ्ट पर फायर कंट्रोल रडार लॉक किया, यानि वह कदम जो सीधे संभावित मिसाइल अटैक की चेतावनी माना जाता है.इस आरोप के एक दिन बाद जापान ने चीन के राजदूत को तलब कर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. हालांकि जापानी पीएम ने कहा है कि वे शांति से इसका जवाब देंगी.

क्या कह रहा है चीन?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने जापान के इन आरोपों के जवाब में कहा है कि चीन की नीति रक्षात्मक है. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की नौसेना और कोस्टगार्ड की गतिविधियां अंतरराष्ट्रीय कानून और चीन के घरेलू कानूनों के अनुसार हैं. किसी को ज्यादा प्रतिक्रिया या गलत मतलब निकालने की जरूरत नहीं है और बेबुनियाद आरोप नहीं लगाने चाहिए. यहां तक कि चीनी सैन्य विशेषज्ञ ने कहा है चीन के एयरक्राफ्ट कैरियर और युद्धपोत पश्चिमी प्रशांत में नियमित अभ्यास करते हैं. जापान हर बार इसे हाइप करके चीनी खतरे की बात करता रहा है, जबकि जापान अमेरिका की भारी सैन्य गतिविधियों पर सवाल नहीं उठाता. चीनी एयरक्राफ्ट कैरियर को जून में भी देखा गया था और तब भी इसे उसने सामान्य अभ्यास कहा था.

सारांश:
चीन ने अपने एयरक्राफ्ट कैरियर को समुद्र में तैनात किया है और आकाश में जापानी फाइटर जेट्स को ट्रैक कर रहा है। यह कार्रवाई ‘डिफेंस’ के नाम पर क्षेत्रीय दबदबे और शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखी जा रही है।

Bharat Baani Bureau

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