22 दिसंबर 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : बांग्लादेश में इंकलाब मंच के प्रवक्ता और छात्र नेता शरीफ उस्मान बिन हादी की हत्या से उपजी हिंसा अभी थमी भी नहीं थी कि देश एक बार फिर दहल उठा है. सोमवार को नेशनल सिटीजन पार्टी (NCP) के खुलना डिविजनल प्रमुख और पार्टी के केंद्रीय आयोजक मोतालेब सिकदार को भी सिर में गोली मार दी गई है. गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब पूरा देश पहले से ही राजनीतिक तनाव, सड़क पर हिंसा और संस्थागत अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है. एक के बाद एक नेताओं पर हमले ने अंतरिम सरकार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बांग्लादेश में NCP कौन सी पार्टी है?
बांग्लादेश में NCP का मतलब नेशनल सिटीजन पार्टी यानी (जातीय नागरिक पार्टी) है. यह 28 फरवरी 2025 को स्थापित हुई. यह पार्टी जुलाई 2024 के छात्र-नेतृत्व के बाद बनी थी. इसी आंदोलन में शेख हसीना की सरकार गिरी थी. पार्टी के मुख्य नेता नाहिद इस्लाम हैं. यह एक सेंट्रलिस्ट पार्टी मानी जाती है. शेख हसीना की अवामी लीग का विरोध करती है.
हादी की हत्या के बाद नहीं संभला बांग्लादेश
इंकलाब मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी की हत्या के बाद ढाका सहित कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. मीडिया दफ्तरों पर हमले, आगजनी और तोड़फोड़ ने हालात को और बिगाड़ दिया. इंकलाब मंच ने अंतरिम सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, बाद में उसे जमात-ए-इस्लामी जैसे कट्टरपंथी संगठनों ने समर्थन दिया. लेकिन रविवार को बांग्लादेश पुलिस ने खुद स्वीकार किया कि हादी हत्याकांड के मुख्य संदिग्ध की लोकेशन को लेकर उसके पास कोई ‘ठोस और विशिष्ट जानकारी’ नहीं है. यानी सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही बैकफुट पर थीं. ऐसे माहौल में मोतालेब सिकदार पर हमला आग में घी डालने जैसा माना जा रहा है.
हादी मर्डर में BNP नेता का बड़ा आरोप
इस बीच बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की वरिष्ठ नेता निलोफर चौधरी मोनी ने हादी हत्याकांड को लेकर चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं. एक टीवी डिबेट में उन्होंने दावा किया कि हादी पर गोली चलाने के आरोपी को हत्या से पहले दो बार जमानत दिलाई गई थी, और यह जमानत जमात-ए-इस्लामी से जुड़े वरिष्ठ वकील और नेता शिशिर मनीर ने कराई थी. मोनी ने कहा, ‘जिस व्यक्ति ने हादी को मारने की कोशिश की, उसके बैकग्राउंड को देखिए. उसे दो बार जमानत किसने दिलाई? शिशिर मनीर ने. मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कह रही हूं.’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संदिग्ध शूटर के संबंध अलग-अलग राजनीतिक संगठनों से रहे हैं, जिनमें बांग्लादेश छात्र लीग और इस्लामी छात्र शिबिर का नाम भी शामिल है. मोनी ने कहा, ‘अगर मैं ज्यादा बोलूं तो शायद सुरक्षित घर भी न पहुंच पाऊं. हमने शेख हसीना को हटाया, लेकिन इस अराजकता के लिए नहीं.’
सारांश:
बांग्लादेश में उस्मान हादी के हमले के बाद एक और गंभीर घटना सामने आई है। इस बार एनसीपी के नेता मोतालेब सिकदार पर हमला हुआ और उन्हें सिर में गोली लगी। घटना के पीछे के कारणों की जांच जारी है।
