21 मई: बिना टिकट यात्रा करने से रेलवे को हर साल करोड़ों रुपये का घाटा होता है। इस रकम का इस्तेमाल रेलवे को बेहतर बनाने में किया जा सकता है। सरकार और रेलवे इस समस्या से निपटने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं जैसे कि टिकट बुकिंग को ऑनलाइन और आसान बनाना ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाना और टीटीई को पॉइंट ऑफ सेल मशीन देना ताकि जुर्माना भरना आसान हो।
आईएएनएस, गुवाहाटी। Indian Railway Ticketless Travellers भारतीय रेलवे (Indian Railway) में बिना टिकट यात्रा करना एक बड़ी समस्या है। तमाम उपायों के बावजूद इस समस्या से निजात मिलती नहीं दिख रही। आए दिन खबरें आती ही रहती हैं कि बड़ी संख्या में बिना टिकट रेल यात्री (Ticketless Travellers) पकड़े गए। बिना टिकट यात्रा करने पर पकड़े जाने पर जुर्माना भरना पड़ता है और कई बार तो यह जुर्माना असली टिकट के दाम से भी ज्यादा होता है। लेकिन फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं हैं। अब नॉर्थ इस्ट फ्रंटियर रेलवे (NFR) की नई रिपोर्ट के अनुसार पिछले 50 दिनों में बेटिकट यात्रियों से 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुर्माने के तौर पर वसूली गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पिछले वित्त वर्ष में 5 फीसदी से ज्यादा बढ़े बेटिकट यात्री
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक, एनएफआर द्वारा बिना टिकट यात्रियों के 7,93,170 मामले पकड़े गए, और उनसे जुर्माने और किराये के रूप में 66.27 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की गई। वहीं इसके पिछले वित्त वर्ष यानी 2022-2023 में 62.98 करोड़ की वसूली हुई थी और 7,78,808 ऐसे मामले सामने आए थे। इस तरह अगर तुलना करें तो पिछले साल 14,362 ज्यादा मामले सामने आए जिसकी वजह से अपराधियों से जुर्माने और किराये के रूप में 5.23 प्रतिशत अधिक आय हुई।”