होशियारपुर, 08 मार्च (भारत बानी) : किसानों को पराली प्रबंधन संबंधी जागरुक करने के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना के जिला स्तरीय प्रसार संस्थान कृषि विज्ञान केंद्र बाहोवाल होशियारपुर में धान की पराली में सरफेस सीडर से गेहूं की सीधी बिजाई संबंधी खेत दिवस का आयोजन गांव सैला खुर्द में किया गया है। गांव सैला खुर्द के किसान रमनदीप सिंह व नरिंदर सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से पी.ए.यू सरफेस सीडर मशीन से गेहूं की सीधी बिजाई की काश्त कुल 9 एकड़ क्षेत्र पर की है।
कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोगी निदेशक (प्रशिक्षण) डा. मनिंदर सिंह बौंस ने उपस्थित किसानों का स्वागत करते हुए इस बात पर जोर दिया कि किसान धान की पराली को जलाने व उपलब्ध मशीनरी पर तकनीक के माध्यम से इसका योग्य प्रबंध कर वातावरण को प्रदूषित होने से बचाएं। डा. बौंस ने धान की पराली को आगे लगाने से होने वाले नुकसान के बारे में किसानों को जागरुक किया व सामूहिक रुप से इस अभियान को सफल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि पी.ए.यू सरफेस सीडर मशीन 45 हार्स पावर ट्रैक्टर से चल सकती है व एक घंटे में 1.5 एकड़ गेहूं की बिजाई कर सकती है। यह मशीन 700 से 800 रुपए में एक एकड़ गेहूं की बिजाई कर सकती है। उन्होंने रबी की फसलों के सर्वपक्षीय कीट प्रबंधन के बारे में भी जरुरी बिंदु सांझे किए।
सहायक प्रोफेसर (कृषि इंजीनियरिंग) डा. अजैब सिंह ने बताया कि सरफेस सीडर मशीन में कटर-कम-स्प्रैडर (सुधारा हुआ कटर) पर आम बिजाई ड्रिल का ऊपर का हिस्सा पाइपों सहित( बिना फालों के) लगाया गया है। यह मशीन कंबाइन से कटे धान के खेत में एक समय में बीज व खाद डाल देती है व साथ-साथ धान के खड़े करचे(4 से 5 इंच ऊंचा) काट कर एकसाथ बिखेर देती है।
इस मौके पर सहायक प्रोफेसर (सब्जी विज्ञा) डा. करमवीर सिंह गरचा ने घरेलू बगीची संबंधी जानकारी सांझी की। सरफेस सीडर मशीन की कार्यकुशलता के प्रति उपस्थित किसानों ने संतुष्टि प्रकट की। इस मौके पर गांव जस्सोवाल से इकबाल सिंह, गांव पद्दी सूरा सिंह से कुलदीप सिंह व सुखरनदीप सिंह, गांव मजारा डिंगरियां से अरविंदर सिंह, गांव सैला खुर्द से लवदीप सिंह, गांव जीवनपुर जट्टां से गुरसेवक सिंह, गांव बुगरां से तरनजीत सिंह मान, गांव गुज्जरपुर से सुखजिंदर सिंह आदि प्रगतिशील किसान भी मौजूद थे।