कृषि मेला का मुख्य विषय होगा – ‘खेती में ड्रोन का महत्व’
चण्डीगढ़, 12 मार्च (भारत बानी) : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार 18-19 मार्च को कृषि मेला (खरीफ) का आयोजन करेगा। विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष मेले का विषय ‘खेती में ड्रोन का महत्व’ होगा। खेती में ड्रोन का महत्व आज समय की मांग है। ड्रोन के द्वारा कम समय में केमिकल फर्टीलाइजर व पेस्टिसाइड का उपयोग आसानी से किया जा सकता है, जिससे कम लागत होने के साथ-साथ संसाधनों की भी बचत होगी। साथ ही उन्हें ड्रोन का उपयोग करना भी समझाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस मेले में किसानों के साथ बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि मशीनें व यंत्र निर्माता कंपनियां भी भाग लेंगी। किसानों को विभिन्न कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त मशीनों, यंत्रों एवं उनकी कार्य प्रणाली के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त किसानों को इन मशीनों की कीमत तथा इनके निर्माताओं की भी जानकारी मिल सकेगी।
प्रवक्ता ने बताया कि कृषि मेला (खरीफ)-2024 में किसानों को विश्वविद्यालय की ओर से सिफारिश की गई खरीफ फसलों के उन्नत बीज तथा बायोफर्टिलाईजऱ के अतिरिक्त कृषि साहित्य उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके लिए मेला स्थल पर विभिन्न सरकारी बीज एजेंसियों के सहयोग से बिक्री काउंंटर स्थापित किए जाएंगे।
यहां उल्लेखनीय है कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हर साल मार्च में कृषि मेला आयोजित करता है जिसमें हरियाणा तथा पड़ोसी राज्यों से हजारों किसान भाग लेते हैं। इस मेले में एग्रो-इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, लुवास तथा हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त विभिन्न कृषि निविष्टों तथा फार्म मशीनरी बनाने वाली कंपनियां भी भाग लेकर अपनी टेक्नोलॉजी प्रदर्शित करेंगी।