23 अप्रैल (भारत बानी) : बिजनेस डेस्क: विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्रों में मजबूती के कारण अप्रैल में भारत की व्यावसायिक गतिविधि का विस्तार जारी रहा। यह जानकारी समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में दी गई। यह रिपोर्ट एचएसबीसी होल्डिंग्स पीएलसी के फ्लैश सर्वे पर आधारित है।
सेवा क्रय प्रबंधक सूचकांक मार्च के 61.2 से बढ़कर अप्रैल में 61.7 हो गया, जबकि विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक 59.1 पर अपरिवर्तित रहा। इससे समग्र सूचकांक 62.2 पर पहुंच गया, जो जून 2010 के बाद से सबसे अधिक है।
सूचकांक प्रारंभिक सर्वेक्षण परिणामों पर आधारित हैं और अंतिम पीएमआई डेटा अगले सप्ताह प्रकाशित किया जाएगा। 50 से ऊपर की रीडिंग पिछले महीने की तुलना में विस्तार का संकेत देती है, जबकि उससे नीचे की रीडिंग गतिविधि में संकुचन का संकेत देती है।
एचएसबीसी इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने एक बयान में कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नए ऑर्डर बढ़ने से अप्रैल में सेवाओं की वृद्धि में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि विनिर्माण मार्जिन में भी सुधार देखा गया क्योंकि कंपनियां मजबूत मांग स्थितियों के कारण ऊंची कीमतों का बोझ ग्राहकों पर डालने में सक्षम रहीं। भंडारी ने कहा, “मजबूत मांग के कारण अप्रैल में समग्र वायदा कारोबार परिदृश्य में और सुधार हुआ।”