26 अप्रैल (भारत बानी) : लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस को हरियाणा की 9 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर मंजूरी देनी थी, जिसमें से आठ नामों पर मुहर लग गई है. सबसे चौंकाने वाला नाम करनाल लोकसभा सीट से दिव्यांशु बुद्धि राजा का है। हरियाणा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धि राजा को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ करनाल से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया गया है। दिव्यांशु बुद्धि राजा यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बनने से पहले एनएसयूआई हरियाणा के अध्यक्ष रह चुके हैं।
करनाल लोकसभा से कांग्रेस के दिग्गज नेता कुलदीप शर्मा और पानीपत से बुल्ले शाह का नाम कई दिनों से सुर्खियों में था. मूल रूप से गोहाना के रहने वाले दिव्यांशु बुद्धि राजा को करनाल लोकसभा का टिकट मिलना सीधा संदेश है कि उन्हें भूपेन्द्र सिंह हुडडा और दीपेन्द्र सिंह हुडडा के करीबी होने का फायदा मिला है।
जानिए कौन हैं दिव्यांशु बुद्धिराजा
कांग्रेस ने करनाल से जिस दिव्यांशु बुद्धिराजा को लोकसभा का टिकट दिया है, वह युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय माने जाते हैं. वह मूल रूप से गोहाना के रहने वाले हैं और लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं। अपने कॉलेज के दिनों में पंजाब यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष बनने के बाद दिव्यांशु एनएसयूआई के अध्यक्ष बने और छात्र राजनीति में अपना करियर शुरू किया। कहा जाता है कि वह एक बेहतर रणनीतिकार भी हैं. दिव्यांशु 2013 से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और दीपेंद्र हुड्डा के काफी करीबी माने जाते हैं। करनाल से दिव्यांशु को टिकट देकर कहीं न कहीं कांग्रेस ने पंजाबी कार्ड भी खेला है. करनाल और पानीपत में बड़ी संख्या में पंजाबी हैं और अगर दिव्यांशु उन्हें एक साथ लाने में सफल हो गए तो बीजेपी के समीकरण गड़बड़ा सकते हैं. यह नहीं भूलना चाहिए कि लोकसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस ने हरियाणा से सबसे युवा नेता को टिकट दिया है, जिससे युवा भी बड़ी संख्या में कांग्रेस को वोट कर सकते हैं। सुबह से कई लोगों से बात हुई, ये चुनाव बीजेपी के लिए इतना आसान नहीं रहने वाला, ये तो वक्त ही बताएगा. दिव्यांशु के लिए सबसे बड़ी चुनौती करनाल के सभी कांग्रेसियों को एक साथ लाना होगा, अगर वह इसमें सफल हो गए तो उनकी जीत काफी हद तक सुनिश्चित होने की संभावना है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने पहली बार करनाल लोकसभा से किसी खत्री पंजाबी को टिकट दिया है.