तुर्की आधारित हेरोइन समग्लर नवप्रीत उर्फ नव इस सिंडिकेट का मास्टरमाईंड: डीजीपी गौरव यादव
सिंडिकेट का नेटवर्क 5 देशों-ईरान, अफगानिस्तान, तुर्की, पाकिस्तान और कैनेडा और स्थानीय नेटवर्क दो राज्यों जम्मू-कश्मीर और गुजरात में फैला: डीजीपी पंजाब
पुलिस ने सतनाम सिंह के पास से 8 किलो हेरोइन, जबकि बाकी 40 किलो हेरोइन और 21 लाख रुपए की ड्रग मनी उसकी बेटी और जमाई के पास से बरामद: सीपी जालंधर स्वपन शर्मा
चंडीगढ़/जलंधर, 29 अप्रैल (भारत बानी) : साल 2024 की सबसे बड़ी हेरोइन खेप ज़ब्त करते हुए कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के तीन सदस्यों को 48 किलो हेरोइन और 21 लाख रुपए की ड्रग मनी समेत गिरफ़्तार करके इस ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। यह जानकारी आज यहाँ डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।
गिरफ़्ता र किए गए व्यक्तियों की पहचान सतनाम सिंह उर्फ बब्बी निवासी गाँव ढंडियां, नवांशहर जो मौजूदा समय में होशियारपुर के सुभाष नगर में रह रहा है; उसकी बेटी अमन रोज़ी और उसके जमाई हरदीप सिंह के रूप में हुई है। हेरोइन और ड्रग मनी ज़ब्त करने के अलावा, पुलिस टीमों ने उनके पास से तीन लग्जरी कारों, जिनमें टोयोटा इनोवा, महेन्द्रा एक्सयूवी और हुंडयी वर्ना शामिल हैं, ज़ब्त करने के साथ-साथ उनके कब्ज़े से कैश काउंटिंग मशीन भी बरामद की है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस ड्रग सिंडिकेट का नेटवर्क 5 देशों-ईरान, अफगानिस्तान, तुर्की, पाकिस्तान और कैनेडा और स्थानीय नेटवर्क दो राज्यों -जम्मू-कश्मीर और गुजरात में फैला हुआ है और यह सिंडिकेट सरहद पार और अंतर-राज्यीय नशा तस्करी में शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि हेरोइन की इस खेप को भारत में भेजने के लिए गुजरात के समुद्री मार्ग और जम्मू-कश्मीर के मैदानी रास्ते का प्रयोग किया गया था।
डीजीपी ने बताया कि तुर्की आधारित हेरोइन समग्लर, जिसकी पहचान नवप्रीत सिंह उर्फ नव के रूप में हुई है, इस सिंडिकेट का मास्टरमाईंड है। जि़क्रयोग्य है कि 2021 में दिल्ली पुलिस के स्पैशल सैल द्वारा ज़ब्त की गई 350 किलो हेरोइन की तस्करी में नवप्रीत शामिल था।
उन्होंने कहा कि इस मामले के अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
इस सम्बन्धी अधिक जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर (सीपी) जालंधर स्वपन शर्मा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर मुस्तैदी से कार्यवाही करते हुए वाई-प्वाइंट भगत सिंह कॉलोनी बाईपास के नज़दीक विशेष नाका लगाया गया और चैकिंग के दौरान टोयोटा इनोवा कार जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर पी.बी.08-डी.एस.-2958सी, को रुकने का इशारा किया गया। उन्होंने आगे बताया कि चालक सतनाम सिंह उर्फ बब्बी ने मौके से भागने की कोशिश की, परन्तु पुलिस टीमों ने उसको काबू कर लिया और उसके वाहन की तलाशी लेने पर गाड़ी के अंदर रखे थैले में छुपाकर रखी 8 किलो हेरोइन बरामद हुई।
सीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान मुलजिम सतनाम ने खुलासा किया कि उसकी बेटी अमन रोज़ी वित्तीय रिकॉर्ड की देखरेख करती थी और उसका जमाई हरदीप सिंह अलग-अलग जिलों में हेरोइन के वितरण का काम करता था और आने-जाने के लिए वह अक्सर अलग-अलग वाहनों का प्रयोग करता था।
उन्होंने बताया कि इस सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने दोनों संदिग्धों को नकोदर, जालंधर रोड से काबू कर लिया और उनके कब्ज़े से 40 किलो हेरोइन, 21 लाख रुपए की ड्रग मनी, दो वाहन और कैश काऊंटिंग मशीन बरामद की।
उन्होंने बताया कि अधिक पूछताछ से पता लगा है कि साल 2017 में नशे से सम्बन्धित मामले में होशियारपुर जेल में कैद के दौरान दोषी सतनाम सिंह ने नशे के बड़े सरगना के साथ हाथ मिलाया और ज़मानत मिलने के उपरांत बड़ी मात्रा में हेरोइन मंगवानी शुरू कर दी।
बताने योग्य है कि साल 2023 में, सतनाम के पुत्र मनजीत सिंह को भी जम्मू में एक अन्य ड्रग केस के सम्बन्ध में गिरफ़्तार किया गया था, जिसके स्वरूप बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों, पैसे, वाहनों और अन्य सामान की बरामदगी हुई थी।