नई दिल्ली 26 अगस्त 2024 : दुनिया में इन दिनों चारो तरफ आसमान से बम और रॉकेट बरस रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इजरायल और हमास के बीच भी युद्ध जारी है. इजरायल-हमास के बीच जबसे हिजबुल्लाह ने एंट्री मारी है तबसे मिडिल ईस्ट में और टेंशन बढ़ गया है. कल यानी रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर ताबड़तोड़ अटैक किया. इससे पहले भी कई बार हिजबुल्लाह इजरायल पर हमला कर चुका है. लेकिन सवाल है कि आखिर ईरान इस जंग में सीधे तौर पर क्यों नहीं शामिल हो रहा है. क्या उसे किसी बात का डर है या फिर वह रूस की तरह युद्ध का इल्जाम अपने सिर पर नहीं लेना चाहते हैं. आइए इस सवाल के जवाब को टटोलते हैं कि आखिर ईरान इस युद्ध में खुलकर क्यों नहीं खोल रहा है.

बता दें कि पूरी दुनिया हिजबुल्लाह को आतंकी संगठन मानता है. ईरान हिजबुल्लाह से हमला कराकर दुनिया को यह जताना चाहता है कि वह यह हमला खुद नहीं कर रहा है हिजबुल्लाह से करवा रहा है. वहीं ईरान अमेरिका से भी सीधी दुश्मनी नहीं चाहता है. क्योंकि अमेरिका शुरू से ही हमास युद्ध में इजरायल के साथ खड़ा है. ऐसे में ईरान के पास अपने आप को बचाने और खुद को मिडिल ईस्ट में स्थापित रखने के लिए हिजबुल्लाह से हमला करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. ऐसे में ईरान हिजबुल्लाह का सहारा लेकर इजरायल पर हमला बोल रहा है.

नई दिल्ली: दुनिया में इन दिनों चारो तरफ आसमान से बम और रॉकेट बरस रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इजरायल और हमास के बीच भी युद्ध जारी है. इजरायल-हमास के बीच जबसे हिजबुल्लाह ने एंट्री मारी है तबसे मिडिल ईस्ट में और टेंशन बढ़ गया है. कल यानी रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर ताबड़तोड़ अटैक किया. इससे पहले भी कई बार हिजबुल्लाह इजरायल पर हमला कर चुका है. लेकिन सवाल है कि आखिर ईरान इस जंग में सीधे तौर पर क्यों नहीं शामिल हो रहा है. क्या उसे किसी बात का डर है या फिर वह रूस की तरह युद्ध का इल्जाम अपने सिर पर नहीं लेना चाहते हैं. आइए इस सवाल के जवाब को टटोलते हैं कि आखिर ईरान इस युद्ध में खुलकर क्यों नहीं खोल रहा है.

बता दें कि पूरी दुनिया हिजबुल्लाह को आतंकी संगठन मानता है. ईरान हिजबुल्लाह से हमला कराकर दुनिया को यह जताना चाहता है कि वह यह हमला खुद नहीं कर रहा है हिजबुल्लाह से करवा रहा है. वहीं ईरान अमेरिका से भी सीधी दुश्मनी नहीं चाहता है. क्योंकि अमेरिका शुरू से ही हमास युद्ध में इजरायल के साथ खड़ा है. ऐसे में ईरान के पास अपने आप को बचाने और खुद को मिडिल ईस्ट में स्थापित रखने के लिए हिजबुल्लाह से हमला करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. ऐसे में ईरान हिजबुल्लाह का सहारा लेकर इजरायल पर हमला बोल रहा है.

इजरायल का दावा हमले से पहले ही हिजबुल्लाह के ठिकानों पर किया हमला
लेबनानी समूह और इजरायल के बीच भारी गोलीबारी के बाद हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने टेलीविजन पर भाषण दिया है. रविवार को हिजबुल्लाह के हमले को पिछले महीने बेरूत में अपने वरिष्ठ सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के जवाब के रूप में देखा जा रहा है. वहीं इजराइल ने कहा कि उसने हमला शुरू होने से पहले ही लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर दिया था, तथा इजराइल में किसी भी प्रकार की महत्वपूर्ण क्षति से इनकार किया.

Bharat Baani Bureau

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