3 Toxic Household Items: कभी फैशन को देखकर या कभी मार्केट‍िंग के जाल में फंसकर, आजकल हम अपने घरों में काफी सारी फैंसी चीजें रखते हैं. इतना ही नहीं, कुछ चीजें तो इंस्‍टाग्राम पर या सोशल मीड‍िया पर इतनी सुंदर द‍िखती हैं कि हम उनकी ‘क्‍यूटनेस’ के चक्‍कर में ही उन्‍हें मंगवा लेते हैं. लेकिन आज हम आपको घर में सालों से जगह बना चुकी ऐसी 3 चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो क‍िसी जहर से कम नहीं है. विज्ञापनों के जरिए हमें ये समझा द‍िया गया है कि ये चीजें आपके लि‍ए बहुत जरूरी है, लेकिन असल में लंबे समय तक इनका इस्‍तेमाल कर हम खुद को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं. गट हेल्‍थ और वेट लॉस पर काम करने वाले, गेस्‍ट्रोएंट्रोलॉज‍िस्ट, डॉ. सौरभ सेठी ने बताया है कि कैसे ये चीजें शरीर को सीधे-सीधे प्रभाव‍ित करती हैं.

ये हैं वो तीन चीजें…

1. सेंटेड कैंडल्स (Scented Candles) : प‍िछले कुछ समय में सेंटेड कैंडल्‍स लग्‍जरी और फैशन का नया स्‍टेटमेंट बन गई हैं. स्‍पा सेंटर या बड़े-बड़े होटल्‍स में एक खुशनुमा माहौल बनाने के लि‍ए सेंटेड कैंडल्‍स का इस्‍तेमाल होता है. होटल की तरह ही अपने घर को भी खुशबूदार बनाने के लि‍ए हम अक्‍सर अपने घर में सेंटेड कैंडल्‍स का इस्‍तेमाल कर लेते हैं. लेकिन इन्‍हें आपको तुरंत अपने घर से बाहर करना चाहिए. डॉ. सौरभ सेठी बताते हैं कि सेंटेड कैंडल्‍स के अंदर थेलेट्स (Phthalates) होते हैं. थेलेट्स हार्मोन लेवल को खराब करने के लि‍ए जाने जाते हैं. साथ ही इससे सांस लेने की प्रक्रिया में भी द‍िक्‍कत आती है. अपको नेचुरल सोया या बीवैक्‍स से बनने वाली कैंडल्‍स का इस्‍तेमाल करना चाहिए.

2. प्‍लास्‍ट‍िक कट‍िंग बोर्ड (Plastic Cutting Boards): रसोई में आप कट‍िंग या चॉप‍िंग के लि‍ए ज‍िस कट‍िंग बोर्ड का इस्‍तेमाल करते हैं, वो भी कई परेशान‍ियों का कारण हो सकता है. जैसे-जैसे आप इन प्‍लास्‍ट‍िक के बोर्ड्स का इस्‍तेमाल करते हैं, ये समय के साथ खराब होते जाते हैं. जब भी आप प्‍लास्‍ट‍िक के कट‍िंग बोर्ड का इस्‍तेमाल करते हैं तो आपके शरीर में खाने के साथ-साथ माइक्राप्‍लास्‍टिक पहुंचती है. ऐसे में आपको प्‍लास्‍ट‍िके बजाए लकड़ी के कटिंग बोर्ड का प्रयोग करना चाहिए.

3. नॉन स्‍ट‍िक पैन (Nonstick Pans): हमारी रसोइयों में एल्‍यूम‍िनियम या लोहे की कढ़ाई की जगह अब नॉनस्‍ट‍िक कढ़ाइयों या बर्तनों ने ले ली है. लेकिन समय के साथ ये नॉनस्‍ट‍िक पैन स्‍क्रैच या खराब हो जाते हैं. खराब पैन्‍स में PFA होता है, ज‍िसका संबंध हाई ब्‍लड प्रेशर और कॉलेस्‍ट्रोल से होता है. इसके साथ ही ये खराब पैन लंबे समय तक इस्‍तेमाल करने से ऐसे पार्ट‍िकल्‍स न‍िकते हैं जो आगे चलकर र‍िप्रोडक्‍ट‍िव ईशू के ल‍िए भी ज‍िम्‍मेदार हो सकता है. ऐसे में आप कोशिश करें कि इन नॉनस्‍ट‍िक पैन्‍स के बजाए घर में लोहे या स्‍टेनलेस स्‍टील के बर्तनों का इस्‍तेमाल करें.

Bharat Baani Bureau

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