04 सितम्बर 2024 : जैसा खाओगे वैसा सोचोगे. ये बात महज कहावत नहीं, सच साबित हो रही है. क्योंकि, हमारी लाइफस्टाइल का हमारे शारीरिक ही नहीं, मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है. अक्सर लोगों को लगता है कि हम जो खाना खाते हैं उसका असर शरीर पर ही पड़ता है लेकिन, ऐसा नहीं है. बता दें कि, आजकल कई ऐसे लोग भी हैं जो पीएमएसिंग यानी प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से परेशान हैं. यह एक ऐसी दिमागी समस्या है जिसमें मूड बार बार स्विंग होता है. इसके पीछे के कई बड़े कारणों में हमारा खानपान भी हो सकता है. ऐसे में जरूरी है हेल्दी डाइट लें. अब सवाल है कि आखिर बार-बार मूड स्विंग होने पर कैसी हो डाइट? किन चीजों को खाना करें शुरू? किन चीजों से शरीर में बढ़ाएं हैप्पी हॉर्मोन? इन सवालों के बारे में News18 को बता रही हैं डाइट फॉर डिलाइट क्लीनिक नोएडा की क्लीनिकल डाइटिशियन खुशबू शर्मा-
मूड स्विंग होने पर कैसी हो आपकी डाइट
पालक: पालक एक प्रकार की हरी सब्जी है. इसमें कई तरह के विटामिन, खनिज और मिनरल्स पाए जाते हैं. अगर आपके शरीर में खून की कमी है तो एक्सपर्ट पालक खाने की सलाह देते हैं क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा भरपूर होती है. इसके साथ ही इसमें मैग्नीन्शियम की मात्रा भी उच्च होती है. पालक हमारे शरीर में एंटी डिप्रेसेंट का काम करती है.
फर्मेंटेड फूड्स: अगर आप बार बार मूड स्विंग होने की समस्या से परेशान हैं तो आपको फर्मेंटेड फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए. फर्मेंटेड फूड्स में दही, कीवी, किमची या कांची जैसे खाद्य पदार्थ आते हैं. ये सभी फूड्स प्रोबायोटिक्स भी हैं और ये गाउट की समस्या में बहुत अधिक प्रभावी होते हैं. ये फूड आपके मूड को भी बेहतर बनाते हैं.
प्रोटीन: किसी बीमारी या फिर कमजोरी आने पर हेल्थ एक्सपर्ट प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने की सलाह देते हैं. प्रोटीन में अमीनो एसिड एक प्रकार के न्यूरोट्रांसमीटर की तरह काम करता है और यह आपके मूड को स्टेबल रखता है.
एंटीऑक्सीडेंट: एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर के लिए बहुत अधिक उपयोगी होते हैं. अगर आपको शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा को बढ़ाना है तो शहतूत, ब्लूबेरी या फिर स्ट्रॉबेरी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.