सिडनी 27 नवंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। पहली पारी में 104 और दूसरी पारी में 238 रन पर सिमटने के बाद, भारत ने 295 रन से जीत दर्ज की। इस करारी हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आगामी प्रैक्टिस मैच के लिए खराब फॉर्म में चल रहे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को टीम से बाहर रखने का फैसला किया है।

मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ जैसे दिग्गज खिलाड़ी पहले टेस्ट में नाकाम रहे, जिससे उन पर दबाव बढ़ गया है। पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क समेत कई पूर्व खिलाड़ियों ने सुझाव दिया था कि एडिलेड में 6 दिसंबर से शुरू हो रहे डे-नाइट टेस्ट से पहले इन खिलाड़ियों को प्रैक्टिस मैच में उतारा जाए। हालांकि, टीम प्रबंधन ने इस सुझाव को ठुकरा दिया है।

क्या है टीम की रणनीति?
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, टीम प्रबंधन नहीं चाहता कि भारतीय टीम उनके खिलाड़ियों की कमजोरियों का आकलन कर सके। इसके अलावा, खिलाड़ियों को परिवार के साथ समय बिताने का भी मौका दिया गया है।

ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने कहा, “हम कैनबरा के प्रैक्टिस मैच में टेस्ट खिलाड़ियों को नहीं भेजेंगे। हमें लगता है कि हमने सत्र के लिए पर्याप्त तैयारी की है, और एडिलेड टेस्ट के लिए भी पूरी तरह तैयार हैं।”

प्रैक्टिस मैच की योजना
प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ कैनबरा में होने वाले दो दिवसीय मैच में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। इसमें सैम कोन्स्टास, मैट रेनशॉ और तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड जैसे खिलाड़ी शामिल होंगे। हालांकि, डे-नाइट टेस्ट में लाबुशेन का रिकॉर्ड बेहतर है, इसलिए उनकी अंतिम एकादश में जगह लगभग तय है।

ऑस्ट्रेलियाई टीम एडिलेड में सोमवार से तैयारी शुरू करेगी, जिसमें इंग्लिश और लाबुशेन भी शामिल होंगे।

Bharat Baani Bureau

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