बिजनेस, 2 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2024) में 45% की बढ़ोतरी के साथ 29.79 अरब अमेरिकी डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (FDI) आकर्षित किया। यह वृद्धि मुख्य रूप से सर्विसेज, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, टेलीकॉम, फार्मा और केमिकल्स जैसे क्षेत्रों में मजबूत निवेश के कारण हुई। पिछले साल इसी अवधि में FDI 20.5 अरब अमेरिकी डॉलर था।
जुलाई-सितंबर तिमाही में 43% की बढ़ोतरी
- जुलाई-सितंबर 2024: 13.6 अरब अमेरिकी डॉलर (पिछले वर्ष: 9.52 अरब डॉलर)
- अप्रैल-जून 2024: 16.17 अरब अमेरिकी डॉलर, 47.8% की वृद्धि
कुल FDI फ्लो में 28% वृद्धि
कुल FDI फ्लो (इक्विटी इनफ्लो, पुनर्निवेशित आय और अन्य पूंजी सहित) पहली छमाही में 28% बढ़कर 42.1 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पिछले साल 33.12 अरब अमेरिकी डॉलर था।
निवेश के प्रमुख स्रोत
भारत में निवेश करने वाले प्रमुख देशों में मॉरीशस, सिंगापुर, अमेरिका, नीदरलैंड्स और यूएई शामिल हैं:
- सिंगापुर: 7.53 अरब डॉलर (पिछले वर्ष: 5.22 अरब डॉलर)
- मॉरीशस: 5.34 अरब डॉलर (पिछले वर्ष: 2.95 अरब डॉलर)
- यूएई: 3.47 अरब डॉलर (पिछले वर्ष: 1.1 अरब डॉलर)
हालांकि, जापान और यूके से निवेश में गिरावट आई है।
सर्वाधिक निवेश वाले क्षेत्र
- सर्विस सेक्टर: 5.69 अरब डॉलर (पिछले वर्ष: 3.85 अरब डॉलर)
- गैर-पारंपरिक ऊर्जा: 2 अरब डॉलर
- टेलीकॉम और फार्मा सेक्टर: मजबूत वृद्धि
राज्यों में महाराष्ट्र सबसे आगे
भारत के विभिन्न राज्यों में निवेश आकर्षित करने में महाराष्ट्र ने सबसे ज्यादा सफलता पाई:
- महाराष्ट्र: 13.55 अरब अमेरिकी डॉलर
- गुजरात: 4 अरब डॉलर
- कर्नाटक: 3.54 अरब डॉलर
- तेलंगाना: 1.54 अरब डॉलर
भारत में FDI की यह वृद्धि वैश्विक निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है और देश की आर्थिक विकास की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
सारांश – भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 29.79 अरब अमेरिकी डॉलर का FDI आकर्षित किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 45% की वृद्धि है। इस वृद्धि का मुख्य कारण सर्विसेज, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, टेलीकॉम, फार्मा, और केमिकल्स जैसे क्षेत्रों में मजबूत निवेश है। कुल FDI फ्लो में 28% की बढ़त दर्ज की गई। प्रमुख निवेशक देशों में मॉरीशस, सिंगापुर, अमेरिका, और यूएई शामिल हैं, जबकि महाराष्ट्र ने सबसे ज्यादा निवेश आकर्षित किया। यह वृद्धि भारत के आर्थिक विकास और वैश्विक निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है।