10 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – मुकेश अंबानी को चाहिए 25,500 करोड़ का कर्ज, जानिए वजह
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी ने कर्ज चुकाने के लिए 3 बिलियन डॉलर (करीब ₹25,500 करोड़) का लोन लेने की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी ने आधा दर्जन से अधिक बैंकों से बातचीत शुरू कर दी है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्तीय देनदारियों को समय पर पूरा करने के लिए उठाया गया है। कंपनी का लक्ष्य अगले साल तक अपने मौजूदा लोन का भुगतान करना है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 3 बिलियन डॉलर की ऋण सुविधा की आवश्यकता बताई जा रही है।
शर्तों में बदलाव की संभावना
रिपोर्ट के अनुसार, लगभग आधा दर्जन बैंक रिलायंस ग्रुप के साथ इस कर्ज को लेकर बातचीत कर रहे हैं। यह कर्ज 2025 की पहली तिमाही में सिंडिकेट किया जाएगा। हालांकि, शर्तों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है, और इनमें बदलाव होने की संभावना है। रिपोर्ट में यह जानकारी कुछ करीबी सूत्रों के हवाले से दी गई है।
कंपनी पर $2.9 बिलियन का कर्ज
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज पर वर्तमान में लगभग $2.9 बिलियन का कर्ज है, जिसमें 2025 में देय ब्याज भी शामिल है। गौरतलब है कि कंपनी ने वर्ष 2023 में भी $8 बिलियन से अधिक का कर्ज उठाया था।
क्या है कंपनी के शेयरों की मौजूदा स्थिति?
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में फिलहाल गिरावट का रुख जारी है। सोमवार को कंपनी के शेयर 1.16% गिरकर ₹1296.40 पर बंद हुए। बीते 6 महीने कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं, और इसका असर शेयर बाजार में साफ नजर आया है।
पिछले 6 महीनों में कंपनी के शेयरों में लगभग 12% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कंपनी के मार्केट कैप में भी कमी आई है। इस साल अब तक कंपनी के शेयरों का रिटर्न एक प्रतिशत से भी कम रहा है।
सारांश – रिलायंस इंडस्ट्रीज, चेयरमैन मुकेश अंबानी के नेतृत्व में, अगले साल तक $2.9 बिलियन के कर्ज का भुगतान करने के लिए 3 बिलियन डॉलर (₹25,500 करोड़) का लोन जुटाने की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी ने कई बैंकों से बातचीत शुरू की है। यह कर्ज 2025 की पहली तिमाही में सिंडिकेट किया जाएगा, हालांकि शर्तों में बदलाव संभव है। कंपनी के शेयरों में पिछले छह महीनों में 12% की गिरावट आई है, और इस साल रिटर्न 1% से भी कम रहा है। 2023 में भी रिलायंस ने $8 बिलियन का कर्ज लिया था। यह कदम वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए है।