नागौर 9 जनवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -. नागौर जिले के जायल इलाके के हरिमा और सरासनी गांव में JSW सीमेंट कंपनी के विरोध में धरना दे रहे किसान और पुलिस के बीच झड़प हो गई. उसके बाद वहां पुलिस और पब्लिक में जोरदार जंग हो गई. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इससे भड़की पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए उन पर लाठियां भांजी. इससे वहां भगदड़ के हालात हो गए. इस बीच कुछ लोगों ने एक खेत में आग लगा दी. घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात करना पड़ा. अब वहां पर हालात काबू में है.
जानकारी के मुताबिक जेएसडब्लू सीमेंट कंपनी की ओर से वहां जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई के विरोध में किसान 134 दिन से धरना दे रहे थे. इस बीच बुधवार को जेएसडब्लू सीमेंट कंपनी की ओर से हरिमा, सरासनी आदि गांवों में जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही थी. इससे धरने पर बैठे ग्रामीणों का विरोध बढ़ गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इससे पुलिस भी गुस्सा गई. पुलिस ने भी लोगों को खदेड़ने के लिए जमकर लाठियां चलाई.
करीब दो दर्जन लोग घायल हुए और एक दर्जन वाहन तोड़फोड़ दिए गए
इससे वहां अफरातफरी का माहौल हो गया. पथराव और लाठीचार्ज में करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए. वहीं एक दर्जन से अधिक वाहन तोड़फोड़ दिए गए. कुछ लोगों ने एक खेत में आग लगा दी. इससे वहां हालात और तनावपूर्ण हो गए. पथराव की सूचना मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और उसने हालात को काबू किया. गांव में तनाव के हालात को देखते हुए वहां बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात करना पड़ा.
ग्रामीणों ने कई बार ज्ञापन दिए लेकिन समाधान नहीं हुआ
घटना के बाद वहां काफी देर तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. इस मामले को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठे ग्रामीणों ने अधिकारियों को कंपनी के खिलाफ कई बार ज्ञापन भी दिए थे लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. उसका नतीजा यह हुआ कि बुधवार को ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया और वे भड़क उठे. उन्होंने पुलिस पर पत्थरों की बौछार कर दी. बहरहाल पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पूरे मामले पर नजरें बनाए हुए हैं.