26 मार्च 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) –रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Ltd- RIL) ने वेनेजुएला के कच्चे तेल (Crude) की आगे की खरीद रोक दी है। ब्लूमबर्ग ने यह जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक RIL ने यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की ओर से दक्षिण अमेरिकी देश से तेल खरीदने वाले देशों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का अधिकार देने के फैसले के बाद किया है।

भारत की सबसे बड़ी निजी स्वामित्व वाली रिफाइनरी RIL को वेनेजुएला से आने वाले मेरे (Merey) क्रूड के कार्गो की डिलीवरी मिलने की उम्मीद है। जो फिलहाल वेनेजुएला से आ रहा है, लेकिन अतिरिक्त खरीद को रोक दिया गया है।

मामले से जुड़े लोगों ने पहचान जाहिर न होने की बात कही क्योंकि मामला संवेदनशील है।

रिलायंस (Reliance) ने पिछले साल वेनेजुएला से कच्चे तेल का आयात फिर से शुरू करने के लिए अमेरिका से छूट प्राप्त की। केप्लर (Kpler) का अनुमान है कि रिलायंस ने इस साल की शुरुआत से 6.5 मिलियन बैरल लिया है। हालांकि, सोमवार को ट्रम्प (Trump) के कार्यकारी आदेश में 2 अप्रैल से प्रभावी “सेकेंडरी” टैरिफ के साथ वेनेजुएला के तेल लेने वाले किसी भी देश को टारगेट किया जाएगा।

इस मामले पर कमेंट मांगने वाले संदेशों का रिलायंस (Reliance) के प्रवक्ता ने तुरंत जवाब नहीं दिया।

अन्य भारतीय रिफाइनरों ने पिछले साल वेनेजुएला का तेल सीधे देश से खरीदने के बजाय व्यापारियों से खरीदा। हालांकि सस्ता और ज्यादा सुलभ रूसी क्रूड लंबे समय से आपूर्ति का एक अधिक आकर्षक सोर्स रहा है। रिलायंस (Reliance) रूस से भी क्रूड खरीदता है।

चीन वेनेजुएला के कच्चे तेल का सबसे बड़ा खरीदार रहा है, जिसने फरवरी में अपने तेल निर्यात का 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सा लिया। देश के निजी रिफाइनर ने स्क्रूटनी बढ़ने के चलते अस्थायी रूप से खरीद रोक सकते हैं, लेकिन स्वीकृत क्रूड का फ्लो रुकने की संभावना नहीं है।

Bharat Baani Bureau

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