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24 अप्रैल 2025 (भारत बानी ब्यूरो): चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी ने दिल्ली-एनसीआर में सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित किया है। बुधवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।बच्चों-बुजुर्गों की सेहत के लिए बढ़ता तापमान गंभीर जोखिमों वाला हो सकता है।

देश के अधिकतर राज्य इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में हैं। अप्रैल के आखिरी हफ्ते में ही राजधानी दिल्ली-एनसीआर में पारा 41 डिग्री तक पहुंच गया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमानों के मुताबिक इस साल मई-जून में तापमान पिछले कई रिकॉर्ड्स तोड़ सकती है। इस तरह की बढ़ती गर्मी सेहत के लिए कई प्रकार की दिक्कतें भी बढ़ाने वाली हो सकती है जिसको लेकर सभी लोगों को सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बच्चों-बुजुर्गों की सेहत के लिए बढ़ता तापमान गंभीर जोखिमों वाला हो सकता है। इसके अलावा जो लोग पहले से कोमोरबिडिटी यानी डायबिटीज-ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारियों का शिकार हैं उनके लिए ये मौसम और भी कठिनाइयों वाला हो सकता है। जोखिमों को ध्यान में रखते हुए सेहत को लेकर अलर्ट रहना बहुत जरूरी है।

दिल्ली-एनसीआर में गर्मी से बुरे हालात

चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी ने दिल्ली-एनसीआर में सामान्य जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। बुधवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। प्रचंड गर्मी के कारण दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की आशंका है, हीट वेव की चेतावनी जारी की गई है। 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को दिन के समय अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी है। कमजोर वर्ग के लोगों जैसे बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है। 

स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह-खुद से पूछे ये सवाल

बढ़ती गर्मी और इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से सावधानी बरतते रहने की सलाह दी है। विशेषज्ञों ने कहा, अपने स्वास्थ्य के बारे में सोचें और अपने आस-पास के लोगों की भी देखभाल करें। इसके अलावा गर्मी से मुकाबले के लिए खुद से ये सवाल पूछें ताकि सेहत का सही अंदाजा हो सके।

  • क्या मैं पर्याप्त मात्रा में पानी पी रहा/रही हूं?
  • क्या मैं हल्के रंग के कपड़े पहन रहा/ रही हूं?
  • क्या मैं गर्मी से होने वाली बीमारियों के लक्षणों के बारे में जागरूक हूं?
  • क्या मैंने दिन के सबसे गरम समय में शारीरिक गतिविधि को कम किया है?
  • क्या मैंने दोस्तों, परिवार या पालतू जानवरों की जांच की है कि वे भी पर्याप्त पानी पी रहे हैं?

गर्मी से होने वाली बीमारियों के लक्षणों को जानिए

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, गर्मी-लू के संपर्क में आना आपकी सेहत को कई प्रकार से प्रभावित कर सकता है। हीटस्ट्रोक (लू) एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान बहुत अधिक हो जाता है (104°F या 40°C या इससे अधिक)। इसके कारण आपको कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे मानसिक स्थिति में बदलाव, शुष्क त्वचा, हीटस्ट्रोक के कारण त्वचा लाल होने और पसीना आने जैसी दिक्कतें होने लगती हैं।

अन्य लक्षणों में दिल की धड़कन बढ़ने, सिरदर्द, मतली-उल्टी आने और मांसपेशियों में ऐंठन की भी दिक्कत हो सकती है।

ऐसे लक्षण दिखें तो क्या करें?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, यदि आपको या आसपास किसी को भी हीटस्ट्रोक के लक्षण दिख रहे हैं तो उसे तुरंत ठंडे स्थान पर ले जाएं और शरीर को ठंडा रखने का प्रयास करें। इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी पूरा करने के लिए पानी-नारियल पानी दें। इसके साथ जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल ले जाएं जिससे स्वास्थ्य का जांच और फौरी उपचार मिल सकें। आपकी थोड़ी सी सावधानी किसी की जान बचा सकती है।

Bharat Baani Bureau

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