30 अप्रैल 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – शरीर को स्वस्थ और बीमारियों से मुक्त रखना चाहते हैं तो खान-पान और लाइफस्टाल को ठीक रखना सबसे जरूरी हो जाता है। इसके अलावा नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच भी करते रहना जरूरी है। दुनियाभर में तेजी से बढ़ती हृदय की बीमारियों-हार्ट अटैक और डायबिटीज के कारण होने वाली समस्याओं से बचे रहने के लिए कम उम्र से ही ब्लड प्रेशर-शुगर पर ध्यान देते रहना जरूरी हो गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिन लोगों का ब्लड प्रेशर अक्सर बढ़ा हुआ रहता है उनमें हृदय रोग, हार्ट अटैक-स्ट्रोक, किडनी और तंत्रिकाओं की समस्या होने का खतरा रहता है। वहीं ब्लड शुगर बढ़ने के कारण आंखों-हार्ट की बीमारी, किडनी फेलियर जैसी जानलेवा समस्याएं हो सकती हैं। चूंकि कम उम्र के लोग, यहां तक कि 20 की उम्र से पहले के लोग भी इन समस्याओं से परेशान पाए जा रहे हैं इसलिए इसपर ध्यान देना बहुत आवश्यक हो गया है।
अब सवाल ये है कि बीमारियों से बचे रहने के लिए बीपी-शुगर कितना होना चाहिए?
शुगर और बीपी रखें कंट्रोल
डॉक्टर कहते हैं, अच्छी सेहत चाहते हैं तो ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर का सामान्य सीमा में होना अत्यंत आवश्यक है। अगर ये दोनों पैरामीटर संतुलित न हों, तो पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती हैं।
आज की तेज-रफ्तार जिंदगी में हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर में असंतुलन गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं बन चुकी हैं। इसका सामान्य रेंज जानने से पहले ये जान लेना जरूरी है कि ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर है क्या?
ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को समझिए
ब्लड प्रेशर वह दबाव है जो आपके हृदय द्वारा रक्त को शरीर में पंप करने के दौरान धमनियों पर पड़ता है। इसे दो हिस्सों में बांटा गया है- जब दिल धड़कता है (सिस्टोलिक) और जब दिल आराम करता है (डायस्टोलिक) ब्लड प्रेशर होता है। इसी तरह से आपके खून में ग्लूकोज की मात्रा कितनी है, इस आधार पर ब्लड शुगर का स्तर मापा जाता है। आइए अब जानते हैं कि इन दोनों का सामान्य स्तर क्या है?
सामान्य ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, ब्लड प्रेशर का स्तर 120/ 80mmHg होना सामान्य माना जाता है। बीमारियों से बचने के लिए ये आदर्श पैमाना है। 130/80 mmHg से ऊपर के ब्लड प्रेशर को हाईपरटेंशन माना जाता है जो किडनी, हृदय, और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकती है।
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर को 120 mmHg तक नियंत्रित रखा, उनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा 25% तक कम हो देखा गया है। लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखने वाले उपाय जैसे नियमित व्यायाम, नमक-चीनी का कम सेवन करके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखा जा सकता है।
सामान्य ब्लड शुगर कितना होना चाहिए?
ब्लड प्रेशर की ही तरह शुगर को कंट्रोल रखना भी जरूरी है। ये मुख्यरूप से दो तरीकों से मापा जाता है। फास्टिंग और खाने के बाद। भोजन से पहले शुगर का लेवल 100mg/dL और खाने के 2 घंटे बाद शगुर लेवल 140 mg/dL तक होना सामान्य है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, टाइप-2 डायबिटीज रोगियों में शुगर कंट्रोल रखने से 21% तक डायबिटिक जटिलताएं कम हो गईं। इसी तरह HbA1c को 7% से नीचे रखने पर आंखों, किडनी और नसों की क्षति से बचा जा सकता है।
सारांश: डॉक्टर कहते हैं, अच्छी सेहत चाहते हैं तो ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर का सामान्य सीमा में होना अत्यंत आवश्यक है। अगर ये दोनों पैरामीटर संतुलित न हों, तो पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती हैं। अब सवाल ये है कि बीमारियों से बचे रहने के लिए बीपी-शुगर कितना होना चाहिए?