लाहौर 20 मई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – : फखर जमां, हसन अली और फहीम अशरफ को पिछले साल बाहर किए जाने के बाद 2025-26 सत्र के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के केंद्रीय अनुबंध की सूची में शामिल किए जाने की उम्मीद है. पीसीबी ने पिछले साल केंद्रीय अनुबंधों की घोषणा अक्टूबर तक टाल दी थी. हालांकि ये अनुबंध एक जुलाई से 30 जून तक चलते हैं.

ऐसे में कई फैंस के दिमाग में ये सवाल भी चल रहा होगा कि जो देश खुद कर्ज में डूबा हुआ हो, जिसकी इकोनमी उधार पर चल रही हो, वो अपने क्रिकेटर्स को कितने पैसे दे पाता होगा. चलिए एक नजर डालते हैं भारत और पाकिस्तानी खिलाड़ियों की सैलरी और उनके सालाना कॉन्ट्रैक्ट पर…

पीसीबी और सीनियर खिलाड़ियों ने 2023 में केंद्रीय अनुबंधों के लिए तीन साल के वित्तीय ढांचे पर सहमति व्यक्त की थी और यह मौजूदा मॉडल का आखिरी साल है. भारत की ही तरह पाकिस्तान ने भी अपने खिलाड़ियों को चार कैटेगरी में बांटा है. बीसीसीआई ने जहां 34 प्लेयर्स को कॉन्ट्रैक्ट दिया है तो पिछले साल पीसीबी ने 24 खिलाड़ियों को अनुबंध में शामिल किया था.भारत की टॉप प्लेयर कैटेगरी यानी A+ में विराट कोहली, रोहित शर्मा, रविंद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह शामिल है. जिन्हें बीसीसीआई सात करोड़ रुपये देता है. दूसरी ओर पाकिस्तान की टॉप कैटेगरी में सिर्फ दो ही प्लेयर हैं. बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को 1.65 करोड़ रुपये मिलते हैं. जबकि बीसीसीआई अपने बी कैटेगरी प्लेयर को तीन करोड़ सालाना देता है.

ओवरऑल पैकेज की बात करें तो बीसीसीआई ग्रेड ए+ में खिलाड़ी को सालाना सात करोड़, ग्रेड ए को पांच करोड़, ग्रेड बी को तीन करोड़ और ग्रेड सी खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपए देती है. दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने ए कैटेगरी प्लेयर 1.65 करोड़ रुपये, ग्रेड बी को नौ लाख रुपये, ग्रेड सी और ग्रेड डी के खिलाड़ियों को हर महीने दो से 4.5 लाख रुपये के आसपास मिलते हैं.

Bharat Baani Bureau

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *