नई दिल्ली 30 मई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) . नेट पर कितनी भी गेंदबाजी कर लें, कितनी बार भी बल्लेबाज को आउट करके असली परीक्षा मैच में ही होती है और ये बात दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार कोई शख्स कहे तो उसको अहमियत देनी चाहिए. चोट से उबरने बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए इंडियन प्रीमियर लीग क्वालीफायर मुकाबले में शानदार वापसी करने वाले ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने कहा कि वह लय हासिल करने के लिए मैदान पर खेलने से बेहतर कुछ भी नहीं है और उनका यह अनुभवी अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप  फाइनल के दौरान काम आयेगा.

कंधे की चोट से उबरने के बाद हेजलवुड ने एक महीने के बाद आईपीएल में वापसी की लेकिन उनके प्रदर्शन में पैनापन की कमी नहीं दिखी. उन्होंने 3.1 ओवर में 21 रन पर तीन विकेट चटकाकर आरसीबी को पंजाब किंग्स पर आठ विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. आरसीबी की टीम 2016 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रही.

जोश का जलवा 

सीजन 18 में शानदार फॉर्म में चल रहे  हेजलवुड का पंजाब के खिलाफ प्रदर्शन 11 जून को लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले उनकी बेहतर तैयारियों का भी एक संकेत था.  आरसीबी के लिए 27 अप्रैल के बाद पहली बार मैदान पर उतरे हेजलवुड ने कहा,  मुझे गेंदबाजी करनी है, आप जानते हैं कि मैं दुनिया में कहीं भी रहूं, मुझे डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए तैयार होने के लिए गेंदबाजी करनी है. हेजवुड ने कहा कि , ‘‘मुझे लगता है कि मैदान पर उतरने से बेहतर कोई जगह नहीं है. जाहिर है आपको अधिक गेंदबाजी करनी होगी और टेस्ट के लिए समय-समय पर अधिक घंटे तक प्रशिक्षण लेना होगा. मैच के लिए लय हासिल करने के लिए आईपीएल से बेहतर कोई जगह नहीं है.

टी-20 के बदली छवि 

हेजलवुड को टेस्ट मैचों का गेंदबाज माना जाता था लेकिन उन्होंने खेल के छोटे प्रारूप के लिए अपने कौशल में सुधार किया.  उन्होंने बृहस्पतिवार को शानदार लय में चल रहे श्रेयस अय्यर और जोश इंग्लिस जैसे बल्लेबाजों के भी विकेट चटकाये.जोश ने कहा कि मैंने आज जैसी गेंदबाजी की है लगभग वैसी ही गेंदबाजी टेस्ट मैचों में भी करता हूं.  हेजलवुड ने मौजूदा सत्र में सिर्फ 11 मैचों में 21 विकेट लिये हैं और इस दौरान उनका औसत 15.80 का रहा है.  कंधे की चोट से उबरने के बारे में पूछे जाने पर हेजलवुड ने कहा, कि उन्होंने  पिछले कुछ सप्ताह में वापसी के लिए अपने कंधों पर बहुत मेहनत की है और पिछले 10 दिनों में अच्छी गेंदबाजी की और अब यहां आकर अच्छा लग रहा है.

बॉलिंग डिपार्डमेंट का दबदबा 

कमाल की लय में चल रहे  हेजलवुड ने कहा कि उन्हे ऐसा  लगता है कि हमारे पास हर विभाग में अच्छे विकल्प है.  मुझे लगता है कि पांच या छह गेंदबाजों में से कोई भी मैच में किसी भी समय गेंदबाजी कर सकता है, चाहे वह शुरुआत हो, बीच में या आखिरी ओवरों हो. टीम को भुवनेश्वर के होने से निश्चित रूप से मदद मिलती है.  उसके पास काफी अनुभव है और वह काफी शांत खिलाड़ी है.  टीम के बाकी गेंदबाजों पर भी इसका काफी असर पड़ता है. हेजलवुड ने सुयश की भी जमकर तारीफ की.  टूर्नामेंट में सुयश के  विकटों का आंकड़ा कम है लेकिन उसने पूरे टूर्नामेंट में अच्छी गेंदबाजी की है और पंजाब के खिलाफ तो वो कमाल कर गए.

सारांश:
IPL 2025 में विराट कोहली के ‘राफेल’ गेंदबाजी स्टाइल का खुलासा हुआ है, जिसमें वे बल्लेबाजों को धोखा देकर उनका ध्यान भटकाते हैं। उनका मुख्य लक्ष्य विकेट लेना होता है और इस रणनीति से वे विपक्षी बल्लेबाजों को चकमा देते हैं।

Bharat Baani Bureau

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